कोविड रोकथाम में व्यापारी निभाएंगे बड़ी भूमिका, कैट ने व्यापारिक संगठनों से ‘वैक्सीन नहीं तो सामान नहीं’ का किया आग्रह

दिल्ली सहित देश के विभिन्न शहरों में तेजी से बढ़ते कोविड मामलों के मद्देनजर और सभी राज्य सरकारों को कोविड रोकथाम में महत्वपूर्ण सहयोग देने का संकल्प लेते हुए देश भर के व्यापारियों के शीर्ष संगठन कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने देश भर के व्यापारियों से आग्रह किया है कि अगर उनके व्यापारिक प्रतिष्ठान पर आने वाले प्रत्येक ग्राहक को ‘वैक्सीन नहीं तो सामान नही’ के अंतर्गत वे कोविड वैक्सीन प्रमाणपत्र देखकर ही सामान दें. बिना वैक्सीन लगाए ग्राहक को आग्रह करें कि वो पहले वैक्सीन अवश्य लगाएं. इस तरह से देश भर में कोविड को रोकने में व्यापारियों का यह बड़ा महत्वपूर्ण योगदान होगा.
ऐसे समय में जब कोविड का खतरा देश पर मंडरा रहा है, ऐसे में कोविड रोकथाम के लिए हर वर्ग द्वारा आवश्यक कदम उठाए जाने जरूरी है. सरकार और लोगों को एकजुट होकर कोविड की रोकथाम में मिलकर काम करना आवश्यक है और देश के व्यापारी अपने दायित्व के प्रति सजग हैं.
मास्क नहीं तो सामान नहीं
कैट द्वारा आज देश के 40 हजार से ज्यादा व्यापारिक संगठनों को जारी एक अपील में कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया और राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने आग्रह किया है की सभी व्यापारी संगठन अपने सदस्यों को आग्रह करें कि ‘मास्क नहीं तो सामान नहीं’ के नियम का पालन करते हुए बिना मास्क लगाए दुकान में आये किसी भी ग्राहक को सामान न दिया जाए और पहले ग्राहक को मास्क देकर उसे पहनने का आग्रह किया जाए.
वहीं दूसरी ओर कैट ने यह भी आग्रह किया है की दुकान में आने वाले ‘प्रत्येक ग्राहक का वैक्सीन सर्टिफिकेट अथवा आरटी पीसीआर रिपोर्ट भी जरूर चेक की जाए’. कोविड सुरक्षा नियमों के तहत दुकानों में फिजिकल डिस्टेन्सिंग नियमों का पालन अनिवार्य रूप से किया जाए. अपनी दुकानों में लोगों की आवाजाही को नियंत्रित किया जाए. न केवल व्यापारी बल्कि उनकी दुकान में काम करने वाले लोग भी अनिवार्य रूप से मास्क पहनें तथा दिन भर में अनिवार्य रूप से हाथ धोएं या सैनीटाइजर से हाथ साफ रखें.
कोविड रोकथाम में व्यापारी निभाएंगे बड़ी भूमिका
भरतिया और खंडेलवाल ने कहा कि न केवल कोविड रोकथाम के लिए बल्कि अपने व्यापार और परिवार को कोविड से सुरक्षा देने के लिए व्यापारियों का यह कदम देश में कोविड की रोकथाम में बड़ा मददगार साबित होगा. क्योंकि देश की 138 करोड़ की जनसंख्या का प्रथम संपर्क केंद्र व्यापारी की दुकान ही है, इस दृष्टि से कोविड रोकथाम में व्यापारी एक बड़ी भूमिका निभाएंगे.
दिन भर में दुकानों पर अलग-अलग तरह के लोग ग्राहक के रूप में आते हैं और पता नहीं होता की कौन किस वायरस अथवा कोविड से ग्रस्त है. ऐसे में न केवल अपनी सुरक्षा बल्कि अपने परिवार की सुरक्षा के लिए भी इन सभी नियमों का पालन बेहद जरूरी है.
सुरक्षा नियमों का पालन न करने वालों को किया जा दंडित
भरतिया और खंडेलवाल ने कहा की जिस अनुपात में दिल्ली सहित देश में कोविड के मामले बढ़ रहे हैं, वो बेहद चिंताजनक है. पिछले दो वर्षों में देश ने कोविड के भयावह रूप को देखा है और इस बार उसकी पुनरावृति न हो, इस वजह से कोविड से सुरक्षा के सभी नियम अनिवार्य रूप से न केवल पालन किया जाए बल्कि जो लोग नियमों की अवहेलना करें उनको दंडित भी किया जाए. कुछ सख्त कदम उठाने से ही कोविड के प्रसार को देश भर में रोका जा सकेगा.
कैट ने नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी आग्रह किया है की वो देश की सभी एयरलाइन्स को पूर्व की भांति अपने पैसेंजरों को मास्क ,सैनिटाइजर एवं फेस शील्ड अनिवार्य रूप से देने का निर्देश दें. कैट ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से आग्रह किया है कि देश के समस्त रेलवे स्टेशनों पर रेलवे कर्मचारियों एवं रेलगाड़ियों में सवारी करने वाले प्रत्येक यात्री द्वारा कोविड सुरक्षा के नियमों का पालन सुनिश्चित किया जाए.



