अन्यउत्तर प्रदेशबड़ी खबरलखनऊ

हर दिन हो डेढ़ लाख हो कोविड की जांच: योगी

  • प्रदेश में वर्तमान में कोरोना के कुल 1316 एक्टिव केस

लखनऊ। प्रदेश बढ़ रहे कोविड के मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना की टेस्ट बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को कोविड पीड़ितों के इलाज के पुख्ता इंतजाम करने के भी निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को टीम-09 की बैठक के दौरान कहा कि एनसीआर में कोविड के नए केस में बढ़ोतरी हो रही है। पिछले 24 घंटे के भीतर गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद में क्रमशः 126 और 30 नए केस पाए गए। ऐसे में जरूरी है कि टेस्टिंग को और बढ़ाया जाए।

हर दिन न्यूनतम डेढ़ लाख टेस्ट किए जाने चाहिए। कोविड पॉजिटिव मिल रहे लोगों से सतत संवाद-संपर्क बनाते हुए उनके उपचार की सभी जरूरी व्यवस्था कराई जाए। ज्यादातर लोगों को होम आइसोलेशन की ही आवश्यकता पड़ रही है। उन्हें कोविड आइसोलेशन प्रोटोकॉल की पूरी जानकारी दी जाए।

उन्होंने कहा कि नियोजित प्रयासों से इंसेफेलाइटिस पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित करने के बाद संचारी रोगों के उन्मूलन में उत्तर प्रदेश ने एक और बड़ी सफलता प्राप्त की है। हाल के परिणाम बताते हैं कि प्रदेश में मलेरिया और कालाजार रोग समाप्ति की ओर है।

प्रति एक हजार की जनसंख्या पर एक से भी कम लोगों में मलेरिया की समस्या देखी गई, जबकि कालाजार रोग 22 चिन्हित ब्लॉक में हर 10 हजार की आबादी में एक से कम लोगों में ही देखा गया है। यह बड़ी उपलब्धि है। टीम यूपी को बधाई। बहुत जल्द हमारा प्रदेश कालाजार मुक्त हो जाएगा और मलेरिया पर प्रभावी नियंत्रण भी हो जाएगा।

प्रदेश में वर्तमान में कोरोना के कुल एक्टिव केस की संख्या 1316 है। पिछले 24 घंटों में 91 हजार 673 कोरोना टेस्ट किए गए। इसमें 203 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 162 लोग उपचारित होकर कोरोना मुक्त भी हुए।

एनसीआर व लखनऊ जैसे जिलों में जहां केस अधिक मिल रहे हैं, वहां फेस मास्क की अनिवार्यता को प्रभावी बनाया जाए। लोगों को कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन के लिए जागरूक किया जाए। पब्लिक एड्रेस सिस्टम का प्रभावी ढंग से इस्तेमाल किया जाए।

बूस्टर डोज लगाने पर मुख्यमंत्री का जोर

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 31 करोड़ 17 लाख से अधिक कोविड टीकाकरण के साथ ही 18 वर्ष से अधिक आयु की पूरी आबादी को टीके की कम से कम एक डोज लग चुकी है। 87.67 फीसदी से अधिक वयस्क लोगों को दोनों खुराक मिल चुकी है। 15 से 17 आयु वर्ग में 94.74 प्रतिशत किशोरों को पहली खुराक मिल चुकी है।

64.33 प्रतिशत से अधिक किशोरों को दोनों डोज लग चुकी है। बच्चों के टीकाकरण को और तेज करने की आवश्यकता है। 12 से 14 आयु वर्ग के बच्चों को पहली डोज के बाद अब पात्रता के अनुसार दूसरी डोज भी दी जाए। 18 साल से अधिक आयु के लोगों को बूस्टर डोज लगाए जाने में तेजी की अपेक्षा है।

संबंधित समाचार

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button