प्रयागराज
चलो कुंभ चलें पर केंद्रित कार्यक्रमो का हुआ आयोजन
डॉ नीलिमा की कविताओ व प्रतिमा मिश्रा के गीतों पर झूमा रामगढ़
![](https://sadbhawnakaprateek.com/wp-content/uploads/2024/12/4-1.jpg)
प्रयागराज। यमुनापार के अति प्राचीन प्रसिद्ध रामगढ़ धाम स्थित शिव धाम में 8 वें रामगढ़ महोत्सव व पूषी तेरस मेला का विधिवत शुभारंभ बारा के लोकप्रिय विधायक डॉ बाचस्पति जी ने किया। सर्व प्रथम देवाधिदेव रामगढ़ महादेव का शिवाभिषेक महंत नंद लाल दास जी महाराज के नेतृत्व में प्रबन्ध समिति के देखरेख में हुआ।
प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता समाज शेखर के मार्गदर्शन में आयोजित 8 वें रामगढ़ महोत्सव में महासचिव सचिन सिंह ने प्रबन्ध समिति के साथ सभी का स्वागत किया। कथा व्यास आचार्य अलोपी ओझा जी महाराज और श्याम दास जी महाराज के द्वारा मंच पूजन संपन्न हुआ। शिव पूजन कर भगवान भोलेनाथ के मुख्य द्वार पर घंटा बांधकर पूषी तेरस के शुभ अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप सिंह तालापार और एसबीएस अकादमी शंकरगढ़ के प्रबंधक सुरेंद्र बहादुर सिंह ने सामाजिक भागीदारी का आह्वाहन किया। तदोपरांत श्री राम कथा का आयोजन हुआ।
वहीं दूसरे दिन किसान सम्मेलन का आयोजन भारतीय किसान यूनियन टिकैत द्वारा किया गया। जिसमे क्षेत्रीय किसानों सहित बड़ी संख्या में आस पास के जनपदो के किसान प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग कर किसानो की समस्या व समाधान पर दिन भर चर्चा कर निर्णय लिए। मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश अध्यक्ष अनुज सिंह व जिलाध्यक्ष लालू पटेल ने सभी का मार्गदर्शन किया। मार्गदर्शक समाज शेखर ने भी प्रतिभाग कर सभी किसानो व कार्यकर्ताओ को चलो कुंभ चले का नारा देते हुए जन सहयोग तथा लोकभागीदारी का आह्वाहन किया।
राष्ट्रीय कवियत्री डॉ निलिमा मिश्रा की कविताओ ने रामगढ़ धाम में आये श्रद्धालु भक्तो को खूब आनंदित किया। वहीं प्रसिद्ध लोक गायिका प्रतिमा मिश्रा के सुमधुर गीतों ने रामगढ़ धाम को राम व शिव भक्ति मय कर दिया। किसान सम्मेलन व पूषी तेरस मेला में आये भक्त झूमने पर मजबूर रहे।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से धाम अध्यक्ष इंद्रभान सिंह, उपाध्यक्ष छेदीलाल सिंह, कार्य समिति सदस्य फूल सिंह, हंस राज सिंह, प्रधान संघ अध्यक्ष पुष्पराज सिंह, ग्राम प्रधान मवैया मंगलेश सिंह , ग्राम प्रधान कुड़ी बीरन सिंह ,प्रदीप सिंह , प्रवीण, अश्वनी सिंह ,सुधीर कुमार सिंह दीवान सिंह अजीत सिंह दिवेश सिंह और क्षेत्रीय कलाकार दीपेश सिंह आदि सदस्य गण मौजूद थे।