उत्तर प्रदेशलखनऊ

गो आश्रय स्थलों का निरीक्षण करेंगे जिले के नोडल अधिकारी, दुरुस्त कराएंगे व्यवस्था

  • मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद छुट्गा गोवंश को लेकर सक्रिय हुआ शासन
  • मुख्य सचिव ने समीक्षा बैठककर जारी किये आवश्यक दिशा निर्देश

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद उत्तर प्रदेश में छुट्टा गोवंश को लेकर सरकारी अमला सक्रिय हो गया है। मुख्य सचिव ने मंगलवार को आदेश जारी किया कि जनपदों के लिए नामित नोडल अधिकारीगण गो आश्रय स्थलों का स्थलीय निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करायें। मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने इस संबंध में मंगलवार को एक समीक्षा बैठक भी की और अधिकारियों को निर्देश दिया कि कहीं पर भी गोवंश छुट्टा न घूमें तथा इन्हें गो आश्रय स्थलों पर ले जाकर उनकी समुचित देखभाल की जाये।

उन्होंने कहा कि जिन जनपदों में अधिक संख्या में छुट्टा पशु बाहर हैं, उनके लिए कार्ययोजना बना ली जाये तथा जरूरी होने पर कैटल कैचर की भी व्यवस्था कर ली जाये। मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने कहा कि सभी गो आश्रय केन्द्रों में पशुओं के लिए भूसा, चारा, पानी, सुरक्षा एवं साफ-सफाई व इलाज की पूरी व्यवस्था रहे। इसके अलावा गोवंश को शीत लहर से बचाने के लिए भारी पुख्ता इंतजाम किये जायें तथा जरूरत के अनुसार शेड, तिरपाल, पाॅलीथीन, टाॅट आदि की व्यवस्था सुनिश्चित रहे।

समीक्षा बैठक में संरक्षित गोवंश को समुचित सुरक्षा तथा गोवंश आश्रय स्थलों में गोवंश को ठण्डक से बचाने के लिए की गई व्यवस्थाओं आदि की विस्तृत जानकारी संबंधित अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत की गई। बैठक में बताया गया कि सभी गोवंश आश्रय स्थलों का शत-प्रतिशत सत्यापन करा लिया गया है तथा सभी जरूरी व्यवस्थायें समय से सुनिश्चित कर ली गई है। बैठक में कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, प्रमुख सचिव पशुपालन सुधीर गर्ग सहित सभी संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी आदि उपस्थित थे।

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