युवा पीढ़ी ऐसा लक्ष्य चुने जो भारत का लक्ष्य बने : संजय
लखनऊ। हमारा देश हमेशा से मृत्युंजय राष्ट्र है और पूरा विश्व हमारा परिवार है। सभी सुखी रहें, स्वस्थ रहें और सबकी दृष्टि कल्याणकारी हो, यह सोच हमारे ऋषियों मुनियों की रही है। भारतीय संस्कृति में सही और गलत को पहचान करने की संवेदना रही है, इसलिए हम सबसे अलग राष्ट्र हैं। हमारे देश के लोग विश्व को परिवार समझकर कार्य करते हैं। हमारी युवा पीढ़ी को अपना ऐसा लक्ष्य चुनना होगा, जो राष्ट्र का लक्ष्य बन सके।
यह बातें अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री संजय मिश्र ने कही। वह आजादी के अमृत महोत्सव पर आयोजित राष्ट्रहित सर्वोपरि कार्यक्रम के 17वें अंक में व्यक्त किए। यह कार्यक्रम सरस्वती कुंज, निराला नगर के प्रो. राजेन्द्र सिंह (रज्जू भैया) उच्च तकनीकी (डिजिटल) सूचना संवाद केन्द्र में आयोजित किया गया।
संजय ने कहा कि हमारे देश का लक्ष्य क्या है, इसे स्वयं युवा पीढ़ी को तय करना होगा और उसी दृष्टि से युवाओं को कार्य करना होगा, ताकि हम समृद्ध राष्ट्र बनकर उभरें। उन्होंने कहा कि हमें अपने स्व को जगाने की आवश्यकता है, तभी हम विश्चगुरु बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि जब तक हम अपने मॉडल नहीं समझेंगे, समस्याओं का समाधान नहीं कर सकते हैं।
विशिष्ट अतिथि लेफ्टिनेंट जनरल डॉ. बी. एन. बी. एम. प्रसाद ने कहा कि आज का दिवस महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि आज के दिन ही सन् 1948 में डब्लूएचओ की स्थापना की गई थी, जिसका मूल उद्देश्य समाज को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि हमें अपने स्वास्थ्य के प्रति हमेशा जागरूक रहना चाहिए। इसके साथ ही अपने मन में राष्ट्र निर्माण और प्रकृति के संरक्षण के बारे में सोचने की जरूरत है, तभी हम भविष्य में आने वाली प्राकृतिक आपदाओं और महामारियों से बच सकते हैं। युवा पीढ़ी अगले 25 वर्षों का लक्ष्य लेकर इस दिशा में कार्य करें तो हमारा जीवन सरल बन सकता है। मुख्य अतिथि सेना मेडल से सम्मानित मेजर देवकी नंदन भट्ट ने कहा कि आज युवा पीढ़ी के लिए शिक्षा की जितनी जरूरत है, उतना ही आवश्यक संस्कार और समाज के साथ जुड़ाव भी जरूरी है।
मुख्य वक्ता पूर्व सैनिक सेवा परिषद कानपुर के संगठन मंत्री में मेजर ब्रजेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि आज पूरे विश्व में भारतीय सेना अपना परचम लहरा रही है। भारतीय सेना ने देश ही नहीं, अपितु विदेशों में बढ़-चढ़ कर काम किया है। भारतीय सेना देश की बाहरी सुरक्षा के साथ देश के अंदर आने वाली विपदा में हर समय खड़ी रहती हैं। उन्होंने अपने सैन्य अनुभवों को साझा करते हुए युवा पीढ़ी को सेना में सेवा देने के लिए प्रेरित किया।
विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के बालिका शिक्षा प्रमुख मा. उमाशंकर मिश्र ने कार्यक्रम की प्रस्तावना रखी। कार्यक्रम का संचालन विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रचार प्रमुख सौरभ मिश्रा ने किया। इस अवसर पर ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विवि के पत्रकारिता एवं जनसंचार की विभागाध्यक्ष डा. रुचिता सुजॉय चौधरी, किंग जार्ज मेडिकल विवि के डॉ. लक्ष्य कुमार प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।