विदेश

कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में बाढ़ से मची तबाही, भूस्खलन के कारण कई इलाकों से टूटा संपर्क, ‘स्टेट ऑफ इमरजेंसी’ घोषित

कनाडा के प्रशांत तटीय प्रांत ब्रिटिश कोलंबिया में मूसलाधार बारिश के कारण आई बाढ़ और मिट्टी धंसने की घटनाओं के मद्देनजर बुधवार को आपात स्थिति घोषित कर दी गई. अधिकारियों का कहना है कि उन्हें और अधिक जान-माल का नुकसान होने की आशंका है. दक्षिणी ब्रिटिश कोलंबिया में शनिवार से सोमवार के बीच रिकॉर्ड तोड़ बारिश के बाद ब्रिटिश कोलंबिया के निचले मुख्य इलाके में और प्रांत के अंदरूनी हिस्सों में प्रमुख मार्ग बाढ़ के कारण जलमग्न हो गए या वहां भूस्खलन हुआ जिससे उनका शेष हिस्से से संपर्क कट गया.

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने वाशिंगटन में कहा, ‘ब्रिटिश कोलंबिया में मूसलाधार बारिश के कारण भीषण बाढ़ आई है और कई लोग मारे गए हैं. हम कनाडा सशस्त्र बल सहित कई तरह की मदद वहां भेज रहे हैं. साथ ही खराब मौसम के कारण हुई घटनाओं से निपटने और पुनर्निर्माण के लिए भी हम तत्पर रहेंगे.’ इस बीच, कनाडा की सीमा से लगे छोटे से अमेरिकी शहर सुमास के निवासियों के अनुसार, बाढ़ से करीब तीन चौथाई मकान प्रभावित हुए हैं. वहां कई दिन बारिश और तूफान का कहर था, जिसमें कई प्रमुख सड़क मार्ग जलमग्न या क्षतिग्रस्त हो गए और सैकड़ों लोगों को अपना घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा.

निवासियों की मदद के लिए सशस्त्र बलों की तैनाती

कनाडा के सशस्त्र बलों को उन हजारों फंसे हुए निवासियों की मदद के लिए तैनात किया जा रहा है जो रविवार को रात भर आए तूफान के बाद से फंसे हुए हैं. तेज बारिश से हुए भूस्खलन में एक महिला की मौत हो गई. जबकि दो लोग लापता हैं. क्षेत्र के अधिकारियों ने इस प्राकृतिक आपदा के लिए जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को जिम्मेदार ठहराया है. औद्योगिक युग शुरू होने के बाद से दुनिया लगभग 1.2C पहले ही गर्म हो चुकी है. जब तक दुनिया भर की सरकारें उत्सर्जन में भारी कटौती नहीं करती हैं, तब तक तापमान बढ़ता रहेगा.

होप शहर में लगभग 1,500 यात्री फंसे

बारिश और हवाएं मंगलवार दोपहर तक काफी हद तक समाप्त हो गई थीं, लेकिन कई समुदाय अब भी फंसे हुए हैं. सप्ताह के अंत में और बारिश होने का अनुमान है और अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि मरने वालों की संख्या अभी और बढ़ सकती है. बाढ़ के कारण प्रमुख राजमार्ग जलमग्न हो जाने के बाद बुधवार को हेलीकॉप्टरों के जरिए फंसे हुए पर्वतीय समुदायों को खाने की चीजें पहुंचाईं गईं. समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, तुलामीन शहर में लगभग 400 लोग फंसे हुए हैं. ग्रेस बैपटिस्ट चर्च के पादरी जेफ कुह्न ने बुधवार को बताया कि सड़कें बंद होने के बाद होप शहर में लगभग 1,500 यात्री फंसे हुए हैं.

संबंधित समाचार

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button