धार्मिक स्थलों पर चलने वाली ट्रेनों में मिलेगा सिर्फ शाकाहारी भोजन, पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर रेलवे शुरू कर रही है योजना
आने वाले दिनों में यदि आप किसी धार्मिक स्थल की यात्रा कर रहे हैं तो रेलवे की ओर से परोसे जाने वाले खाने में केवल आपको शाकाहारी भोजन मिलेगा. इसके लिए आईआरसीटीसी ने सात्विक फाउडेशन के साथ एक करार किया है. सात्विक काउंसिल ऑफ इंडिया के फाउंडर आशीष बैनर्जी ने टीवी9 भारतवर्ष से खास बातचीत में कहा कि फिलहाल इस सुविधा को माता वैष्णो देवी की यात्रा पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए शुरू किया जा रहा है जिसे और भी ट्रेनों में लागू करने की योजना है.
आशीष बैनर्जी ने बताया कि जिन यात्रियों को शाकाहार दिया जा रहा है उन्हें टिकट बुकिंग के समय ही यह कॉलम भरना होगा कि उन्हें किस तरह का खाना खाना है. मसलन शाकाहर में भी बिन लहसन-प्याज के अथवा लहसन प्याज के साथ. यदि कोई वीगन डाइट लेना चाहता है तो उसकी भी खास व्यवस्था होगी. कुल चालीस से भी अधिक शाकाहार के विकल्प ट्रेन में उपलब्ध होंगे.
केवल शाकाहार ही क्यों?
आशीष बैनर्जी ने बताया कि जब भी कोई तीर्थ यात्रा के लिए निकलता है तो उसकी कोशिश होती है कि वह सात्विक भोजन का सेवन करे. यदि कोई सहयात्री मांसाहार का सेवन कर रहा होता है तो कई बार तीर्थ यात्रा पर गया व्यक्ति भोजन तक नहीं करता. इसे ध्यान में रखते हुए इस तरह की योजना लागू की गई है.
किचन से लेकर कमरे तक शाकाहार
उन्होंने बताया कि कोशिश कुछ इस तरह की हो रही है कि यदि कोई तीर्थ यात्री ट्रेन से सफर कर तीर्थ यात्रा पर जा रहा है तो ट्रेन में किचन के साथ-साथ एक और खास सुविधा पर ध्यान दिया जा रहा है. दरअसल, ट्रेन के सफर के बाद यात्री को उस होटल में ठहराया जा रहा है जहां फ्लोर पर सिर्फ शाकाहारी भोजन की ही व्यवस्था हो. इसके लिए भी पालयट प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि रामायण स्पेशल ट्रेन के बाद दूसरे स्थलों को चिन्हित किया जाएगा.