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आर्यन ड्रग केस: बड़ी मुसीबत में फंस सकती हैं शाहरूख खान की मैनेजर, सबूतों से हुआ बड़ा खुलासा

  • मुबई पुलिस से बच रही हैं पूजा ददलानी
  • चिक्की पांडेय ने अपने को बताया कोविड पॉजिटिव
  • रिश्वत लेना और देना दोनों ही अपराध

मुंबई। आर्यन क्रूज ड्रग्स केस में  एक नया मोड़ सामने आ गया है। केपी गोसावी के बाद अब इस मामले में शाहरूख खान की मैनेजर पूजा ददलानी भी उलझती नजर आ रही हैं। हो सकता है कि गवाहों की भीड़ में पूजा ददलानी भी मुंबई पुलिस के सवालों में उलझ कर रह जाएं। पूरा मामला लेन देन वाले आरोप से जुड़ा है. जिसमें पूजा ददलानी और चिक्की पांडे की अहम कड़ी हैं।

क्या है पूरा मामला?

बता दें कि किरण गोसावी के बॉडीगार्ड रहे प्रभाकर सैल ने एक हलफनामे में कई चौकानें वाले दावे किया था। प्रभाकर ने आरोप लगाया था कि आर्यन को छोड़ने के लिए 25 करोड़ रूपए की मांग की थी। सैल के हलफनामे के मुताबिक, ये मांग गोसावी ने एनसीबी चीफ वानखेड़े की ओर से की थी। बता दें कि प्रभाकर इस क्रूज ड्रग्स केस में एनसीबी के गवाह भी हैं। प्रभाकर सैल के मुताबिक, गोसावी और सैम ने अपनी बातचीत में 25 करोड़ रुपये की मांग की थी, लेकिन 18 करोड़ में मामला सेटल करने को राजी हो गए थे। गोसावी ने कथित रूप से कहा था कि 18 करोड़ में से 8 करोड़ समीर वानखेडे़ को जाएंगे और बाकी बचे पैसे दूसरों में बंटेंगे। इन्ही आरोपो की जांच अब मुंबई एसआईटी कर रही है।

मुंबई पुलिस को विकल्प तलाश

गौरतलब है कि मुंबई पुलिस आर्यन मामले की 90 फीसदी छानबीन पूरी कर लेने के बावजूद इन किरदारों से पूछताछ के बिना आगे नहीं बढ़ पा रही है। शायद यही वजह है कि मुंबई पुलिस फिलहाल जहां इस मामले में कोई भी एफआईआर दर्ज करने बच रही है, वहीं वो इस मामले में ये लीगल ओपिनियन भी ले रही है कि अगर ददलानी और पांडेय ने मुंबई पुलिस से यूं ही दूरी बनाएं रखी, तो क्या वो सिर्फ प्रभाकर सैल के बयान को आधार बना कर वसूली के मामले में केस दर्ज कर सकती है या नहीं?

कैसे बढ़ेंगी पूजा की मुश्किलें

आपको बता दें कि प्रभाकर सैल की शिकायत के बाद इस मामले की जांच कर रही मुंबई पुलिस ने अपना बयान दर्ज करवाने के लिए पूजा ददलानी और चिक्की पांडेय को सम्मन जारी रखा है, लेकिन दोनों ही अलग- अलग वजहों से अब तक मुंबई पुलिस के सामने हाजिर नहीं हुए हैं। पूजा ददलानी ने जहां अपनी खराब तबीयत का हवाला दिया है, वहीं चिक्की पांडेय ने तो सीधे अपनी कोविड पॉजिटिव की रिपोर्ट ही मुंबई पुलिस को थमा दी है। अब सवाल उठ रहा है कि ददलानी और चिक्की पांडेय मुंबई पुलिस से मिले सम्मन के बावजूद पूछताछ के लिए हाजिर नहीं हो रहे हैं। इस पूरे प्रकरण से दोनो अपनी दूरी बनाकर कानूनी पूछताछ से बचना चाहते हैं। अगर कानूनी बात करें तो रिश्वत देना और लेना दोनो भी अपराध हैं। अगर गोसावी के ऊपर रिश्वत लेने का आरोप है तो ददलानी और पांडेय के ऊपर अपने आप ही रिश्वत देने का मामला बनता है। इस प्रकार देखा जाए तो पूजा ददलानी और चिक्की पांडेय दोनो फंसते नजर आ रहे हैं। ऐसी दशा में दोनों का मुंबई पुलिस से घबराना लाजमी भी है।

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