प्रियंका गांधी ने जारी किया महिला घोषणापत्र, ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ एंथम
प्रियंका गांधी आज यानी बुधवार को कांग्रेस का महिला घोषणापत्र जारी किया. इससे पहले प्रियंका गांधी ट्वीट कर कहा कि अब से कुछ ही देर में उत्तर प्रदेश कांग्रेस अपना महिला घोषणा पत्र (शक्ति विधान) जारी करेगी. यह महिला घोषणा पत्र (शक्ति विधान) महिला सशक्तिकरण और राजनीति में महिलाओं की भूमिका के लिए मील का पत्थर बनेगा.
प्रियंका गांधी ने कहा कि दया, करुणा, आशा महिलाओं के सहज गुण होते हैं. हम चाहते हैं कि ये गुण राजनीति में भी प्रकट हों. महिला सशक्तिकरण की बात कागजों तक ना रहे इसलिए हमने 40 प्रतिशत महिलाओं को टिकट देने का वादा किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने देश को पहली महिला प्रधानमंत्री दी. इस घोषणापत्र से महिला सशक्तिकरण को राह मिलेगी.
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि घोषणापत्र को 6 हिस्सों में बांटा गया है.
- महिला द्वारा संचालित कामगाज को कर्ज में छूट दी जाएगी.
- आशा कार्याकर्ताओं को 10 हजार का मानदेय दिया जाएगा.
- 12 वीं सभी छात्राओं का स्मार्टफोन दिया जाएगा.
- स्नातक छात्राओं की स्कूटी दी जाएगी.
- महिलाओं द्वारा संचालित संध्या विद्यालय होंगे.
- राज्यभर में बस में फ्री यात्रा.
- महिलाओं को तीन गैस सिलेंडर मुफ्त दिए जाएंगे.
- परिवार में पैदा होने वाली बच्ची के लिए एफडी.
- घरेलू हिंसा और नशे से बचाने के लिए मदद दी जाएगी.
- पुलिस बल में 25 प्रतिशत महिला कर्मचारी होंगी.
- महिला सुरक्षा के लिए आयोग का गठन होगा.
- 10 लाख तक का इलाज मुफ्त होगा.
- महिलाओं के लिए खास पीएचसी केंद्र में डेस्क बनाया जाएगा. जो महिलाओं द्वारा संचालित किया जाएगा.
प्रियंका गांधी ने कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं का 60 प्रतिशत बजट विज्ञापन में खर्च किया गया. सब ये जानते हैं कि देश की 60 फीसदी महिलाएं अगर अपनी शक्ति राजनीति में लगाई जाएगी तो सब बदल सकता है.
उन्होंने आगे कहा कि पिछले कई महीने में उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने प्रदेश भर की महिलाओं से सलाह-मशविरा किया और उनके लिए एक नई राह बनाने का खाका तैयार किया. शक्ति विधान गृहणियों, कॉलेज की लड़कियों, आशा और आंगनबाड़ी बहनों, स्वयं-सहायता समूह की बहनों, शिक्षिकाओं और प्रोफेशनल महिलाओं की आवाज़ का प्रतिबिंब है.
पिछले कई महीने में उप्र कांग्रेस ने प्रदेश भर की महिलाओं से सलाह-मशविरा किया और उनके लिए एक नई राह बनाने का खाका तैयार किया।
शक्ति विधान गृहणियों, कॉलेज की लड़कियों, आशा व आंगनबाड़ी बहनों, स्वयं-सहायता समूह की बहनों, शिक्षिकाओं और प्रोफेशनल महिलाओं की आवाज़ का प्रतिबिम्ब है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) December 8, 2021