ओपिनियन

अयोध्या और हिंदुत्व पर कांग्रेस बेनकाब

मृत्युंजय दीक्षित


उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव जैसे -जैसे नजदीक आते जा रहे हैं वैसे वैसे राजनैतिक दलों की तैयारियां और उनके मन के कोने में छिपी घबराहट भी बाहर निकल कर सामने आ रही है। सभी विपक्षी दलों में प्रदेश के 18 प्रतिशत मुस्लिम वोट पाने के लिए दौड़ शुरू हो गयी है लेकिन कहीं न कहीं हिन्दुओं को रिझाने का प्रयास भी चल रहा है।

प्रियंका गांधी वार्ड्रा के नेतृत्व में कांग्रेस इसमें बढ़त बनाने की कोशिश में लगी हुई थी, दीदी ने रैली में श्लोक बोले, मंदिर में फोटोशूट कराया लेकिन सलमान खुर्शीद ने सारी मेहनत पर पानी फेर दिया । कांग्रेस नेता और उनके बड़े वकील सलमान खुर्शीद की अयोध्या पर आयी किताब से साफ पता चल रहा है कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण पार्टी को रास नहीं आ रहा है।

सलमान खुर्शीद की किताब भी शायद उसी टूलकिट का एक अहम हिस्सा है जिसमें कांग्रेस भगवा आतंक जैसे शब्द गढ़ती रही है । सलमान ने हिंदुत्व की तुलना आईएसआईएस और बोको हरम जैसे कुख्यात आतंकी संगठनों से कर डाली है। सलमान की पुस्तक से पता चल रहा है कि उनके मन में हिन्दुओं के खिलाफ कितनी नफरत भरी है। सलमान की इस किताब का वही असर होने जा रहा है जो पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के इस बयान का हुआ था कि इस देश की संपदा पर मुसलमानों का भी 15 प्रतिशत हिस्सा है।

सलमान की किताब से यह भी पता चल रहा है कि अयोध्या पर सुप्रीम फैसले के बाद भी कांग्रेस असमंजस में है। इसी कांग्रेस ने अदालत के अंदर और बाहर कई बार भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाये थे। कांग्रेस के वकील ने ही 2019 लोकसभा चुनाव के पहले कोर्ट में कहा था कि अभी अयोध्या विवाद पर बहस को टाल दिया जाये क्योंकि इसका लाभ आगामी चुनावों में भाजपा को हो जायेगा।

कांग्रेस व सेकुलर गैंग के लोग सोच रहे थे कि अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय अभी सौ साल तक लटका रहेगा और अगर आएगा भी तो स्पष्ट नहीं आएगा। अब कांग्रेस व सेकुलर गैंग का यह सपना ध्वस्त हो चुका है और अयोध्या में श्री रामजन्मभूमि पर भव्य गगनचुंबी मंदिर बन रहा है वहीं योगी सरकार ने अयोध्या के विकास के लिए 2047 तक का विजन डाक्यूमेंट भी तैयार कर प्रस्तुत कर उस पर काम भी प्रारंभ कर दिया है।

वर्तमान परिस्थितियों में यदि कांग्रेस पार्टी अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण का समर्थन करती और अपनी गलतियों के लिये क्षमा मांगती तो उसकी स्थ्ति सुधर सकती थी लेकिन सलमान खुर्शीद की किताब ने प्रियंका की चुनावी मंदिर दौड़ की नौटंकी की कलई उतार दी।

अब कांग्रेस के बड़े नेता ने किताब लिखकर संपूर्ण हिंदू समाज को आतंकवादी कहकर अपमानित किया है, करोडो़ं हिंदुओं के मन को आहत किया है। हिंदू समाज, हिंदुत्व और हिन्दुस्थान के खिलाफ यह कांग्रेस की बहुत बड़ी और गहरी साजिश है। यह बात बिलकुल सही हो रही है कि कांग्रेस एक मकड़ी की तरह हिंदुओं के खिलाफ नफरत का जाल बुन रही है।

अब यह भी साफ हो गया कि जब तत्कालीन मुलायम सिंह यादव की सरकार ने अयोध्या में निरीह कारसेवकों पर गोलियां बरसायी थीं उसका समर्थन भी कांग्रेस कर रही थीं और जब कश्मीर घाटी में हिंदू मारकर भगाया जा रहा था उसमें कांग्रेस को बहुत आनंद आ रहा था तभी कांग्रेस के एक बड़े नेता ने बयान दिया था कि “हुआ तो हुआ।”

सलमान की पुस्तक के प्रकाशन का समय भी महत्वपूर्ण है, उनको सुप्रीम कोर्ट निर्णय को समझने और किताब लिखने में दो साल लग गये और फिर किताब ऐन चुनाव के समय आई । इसका इरादा शायद केवल मुस्लिम मतों को अपनी ओर करना ही था । एक तरफ प्रियंका का चुनावी हिन्दू बनना और दूसरी तरफ सलमान का हिन्दुओं की तुलना आतंकवादी संगठनों से करना। कांग्रेस को दो नावों की सवारी की कोशिश भारी पड़ गयी है।

वैसे कांग्रेस मुस्लिम तुष्टिकरण के नाम पर हिंदू धर्म – समाज तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर लगातार हमले करती रही है और बयान देती रही है । कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, सुशील कुमार शिंदे और पी चिदम्बरम ने 26/11 हमले को हिंदू आतंकवाद से जोड़ने का प्रयास किया था। उस समय मुबई हमलों के पीछे हिंदू संगठनों को ही फंसाने की गहरी साजिशे रची गयी थीं। राहुल गांधी ने एक बार बयान दिया थ कि लोग लड़कियां छेड़ने के लिए मंदिर जाते हैं। 2007 में कांग्रेस सरकार ने हलफनामा देकर कहा था कि चूंकि राम, सीता, हनुमान और वाल्मीकि वगैरह काल्पनिक पात्र हैं। इसलिए रामसेतु का कोई धार्मिक महत्व नहीं माना जा सकता।

कांग्रेस गुजरात में सोमनाथ मंदिर भी नहीं बनवा रही थी और रोड़े अटकाने का असफल प्रयास कर रही थी। इसी प्रकार मध्य प्रदेश में कमलनाथ ने कहा था कि 90 प्रतिशत मुसलमान ने मतदान नहीं किया तो कांग्रेस का जीतना मुश्किल हो जायेगा। सत्ता में रहते कांग्रेस ने कम्युनल वायलेंस बिल लाने का प्रयास किया था।

सलमान की पुस्तक पर टी वी चैनलों पर बहसें हो रही हैं और सोशल मीडिया तेज युद्ध छिड़ गया है। जिनका सार यही है कि सभी कांग्रेसी व सेकुलर गैंग के लोग सलमान के विचारों के साथ खड़े हो गये हैं। किताब के बहाने हिंदू समाज व सनातन संस्थाओं पर बेसिर पैर के झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं।

इस वर्ष अयोध्या से लेकर चित्रकूट तक भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया गया जो सेकुलर गैंग को पसंद नहीं आ रहा है। वो मन मसोस कर नकली रामभक्त बनकर अयोध्या जा रहे हैं दोहरे चरित्र के इन लोगों की चाल, चेहरा और चरित्र लगातार बेनकाब हो रहा है। यह लोग अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण के लिए भक्तों द्वारा दिए गए दान पर भी नजरें गड़ाए हैं। इन्होने अयोध्या के भव्य भूमि पूजन समारोह में भी कोर्ट के माध्यम से कोरोना आदि का बहाना बनाकर बाधा डालने का असफल प्रयास किया था। कांग्रेसी शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने बयान दिया था कि भूमि पूजन का समय गलत चुना गया है और इसे टाला जाना चाहिये। कांग्रेस व सेकुलर गैंग हर क्षण इसी प्रयास में लगा रहता है कि मंदिर निर्माण को कैसे रोका जाये।

जब कांग्रेस व सेकुलर गैंग की सभी साजिशें नाकाम हो गयीं और कांग्रेस को यह समझ में आ गया कि अब वह अपने मुस्लिम मतदाता को खुश करने के लिए कुछ नहीं कर सकती तब उसने सलमान खुर्शीद से ऐसी किताब लिखवा डाली। कांग्रेस नेता ने हिंदुत्व की तुलना आईएसआईएस से करके एक बहुत ही गंदा खेल खेलने का असफल प्रयास किया है। कांग्रेस हिंदू समाज से नफरत करती है तभी तो 70 साल के शासन के कारण ही पड़ोसी पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में हिंदू समाप्त कर दिये गये। कांग्रेस के ही कारण देश के अंदर जम्मू कश्मीर सहित कई प्रांतों में हिंदू अल्पसंख्यक हो गये।

यह कांग्रेस घोर हिंदू विरोधी है। अभी त्रिपुरा की फर्जी घटनाओें को लेकर राहुल गांधी ने वहां के हिंदू समाज के खिलाफ एक मानसिक विकृतियों से भरा ट्वीट किया था। राहुल गांधी कहते हैं कि हमारी सरकार आयी तो तीन तलाक कानून समाप्त होगा, उप्पा कानून समाप्त होगा। आज कांग्रेस ने जो हिंदू विरोधी रवैया अपनाया है उसके पीछे श्रीमती सोनिया गांधी, राहुल गांधी और नवोदित नेता प्रियंका गाँधी ही है। यह लोग तथाकथित इच्छाधारी हिंदू हैं जो बेनकाब हो रहे हैं।

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