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आरएफडीएल : आरएफ यंग चैम्प्स ने मुंबई सिटी को 2-0 से पीटा

गोवा। रिलायंस फाउंडेशन यंग चैम्पस (आरएफवाईसी) ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए रिलांयस फाउंडेशन डेवलपमेंट लीग (आरएफडीएल) के तीसरे राउंड के मुकाबले में अपने स्थानीय प्रतिद्वंद्वी मुंबई सिटी एफसी को 2-0 से हरा दिया। शनिवार रात यहां बेनाउलिम ग्राउंड में खेले गए फुटबॉल मुकाबले में गुलाब हिमबहादुर ने सातवें और राशिद सीके ने 45वें मिनट में गोल करके युवा टीम की प्रतियोगिता में पहली जीत सुनिश्चित की। इससे पूर्व यंग चैम्पस अपने शुरुआती दो मुकाबले में प्रभावी प्रदर्शन करते नजर आए थे।

भारत के पूर्व अंतरराष्ट्रीय फुटबॉलर और मुख्य कोच अराता इज़ुमी के लड़के शुरुआत से ही आक्रामक नजर आए और मुंबई पर दबाव बना रहे थे। कोल्ट्स को सात मिनट में बढ़त मिल गई, जब सूरदास मेइतेई ने सनन मोहम्मद को बेहतरीन फॉरवर्ड पास से ढूंढा और फिर सनन के क्रॉस पर हिमबहादुर ने बेहद करीब से वॉली लगाकर गेंद को गोलजाल तक पहुंचा दिया। 20 वर्ष की औसत आयु वाली टीम मुंबई मिले मौकों पर स्कोर नहीं कर सकी। अमन सीके ने एक आसान कोण से सीधे गोलकीपर के हाथों में शॉट मारकर अवसर को जाया कर दिया। लेकिन 17 वर्ष की औसत आयु वाली टीम आरएफ यंग चैंप्स ने मुंबई के डिफेंडरों को बार-बार परेशान रखा, सनन का शॉट मध्यांतर से पहले क्रॉसबार पर जा लगा।

हाफटाइम ब्रेक से ठीक पहले आरएफ यंग चैंप्स की बढ़त दोगुनी हो गई, जब मेइतेई ने राशिद की तरफ गेंद माइनस करते हुए चतुराई के साथ बेहतरीन पास दिया। इस पास से मुंबई के केविन डिसूजा निपटना सकते थे, लेकिन वो नाकाम रहे और राशिद ने गोल करके 2-0 की बढ़त बनाई। दूसरी हाफ में अवसर कम बने और इस दौरान अराता के लड़कों ने अपनी बढ़त बनाए रखते हुए मुकाबले को अपने पक्ष में करने का साहस दिखाया। इससे पहले, केरला ब्लास्टर्स एफसी ने अपना तीसरा मैच जीता। ब्लास्टर्स ने चेन्नइयन एफसी को 1-0 से पराजित किया। मैच का एकमात्र गोल विंसी बर्रेटो ने 86वें मिनट में दागा। यह उनका टूर्नामेंट में दूसरा गोल था।

चेन्नइयन के लिए गोलकीपर देवांश डबास ने बार के अंदर बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए कई बचाव करने के अलावा 72वें मिनट में पेनल्टी किक पर गिवसन सिंह को गोल करने से रोका। मैच में दोनों टीमों की शुरुआत धीमी रही। हालांकि, केरला की तरफ से ज्यादा अवसर बने जबकि चेन्नइयन की डिफेंस मजबूत नजर आई। येलो जर्सी, खासतौर पर निहाल सुदीश और संजीव स्टालिन की जोड़ी ने जवाबी हमलों पर खतरा पैदा किया।

मैच की शुरुआत में चेन्नइयन ने बर्रेटो को कोई अवसर नहीं दिया, इस तेज-तर्रार फॉरवर्ड को बाईं ओर से ज्यादा कुछ करने को नहीं मिल रहा था। 86वें मिनट में बर्रेटो ने मैच का एकमात्र गोल करके गोलकीपर डबास की सारी मेहनत पर पानी फेर दिया। यह अवसर तब बना, जब बिजोय वर्गीज ने अनीश वी. की खराब क्लियरेंस का फायदा उठाया और गेंद बर्रेटो के पास गिरी। उन्होंने गोलकीपर डबास को छकाते हुए फार पोस्ट की तरह गेंद को गोलजाल में डाल दिया।

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