सभी जिलों में 21 को लगेगा अप्रेंटिस मेला, आठ हजार उद्योग प्रतिनिधि लेंगे हिस्सा
- प्रमुख सचिव, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास ने ‘‘अप्रेंटिस मेला‘‘ के तैयारी की समीक्षा की
लखनऊ। प्रदेश के समस्त जनपदों में 21 अप्रैल को अप्रेंटिस मेला आयोजित किया जा रहा है, जिसमें लगभग आठ हजार उद्योग व एमएसएमई तथा 75 हजार युवाओं के प्रतिभाग की सम्भावना है। अप्रेंटिस मेला व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग तथा एमएसएमई एवं निर्यात प्रोत्साहन विभाग, उप्र शासन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा है।
अप्रेंटिस मेला की तैयारियों के सम्बन्ध में शुक्रवार को अमृत अभिजात, प्रमुख सचिव, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग द्वारा समस्त सम्बन्धित विभागों के मण्डलीय व जनपदीय अधिकारियों के साथ ऑनलाइन समीक्षा बैठक की गई। जिसमें रंजन कुमार, मण्डलायुक्त, लखनऊ, आन्द्रा वामसी, मिशन निदेशक, कौशल विकास मिशन, हरिकेश चौरसिया, निदेशक, प्रशिक्षण एवं सेवायोजन के साथ जनपदों उपायुक्त के साथ-साथ श्रम विभाग के अधिकारियों ने भी प्रतिभाग किया।
अप्रेंटिस मेला की तैयारियों के सम्बन्ध में विभाग के पीएमयू राइट वाॅक फाऊडेशन की सीईओ समीना बानो ने अब तक किये गये कार्यों से अवगत कराया। बताया कि अब तक लगभग 3500 से अधिक रिक्तियां उद्योग व एमएसएमई द्वारा युवाओं हेतु पोर्टल पर प्रदर्शित कर दी गई हैं। सम्भावना है कि मेला दिवस पर इनकी संख्या 15 हजार के लगभग हो जायेगी। इसके अतिरिक्त विभाग के अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि मेला दिवस पर प्रतिभाग करने वाले उद्योग व एमएसएमई व अभ्यर्थियों की सुगमता के लिये एक पोर्टल तैयार किया गया है, जिस पर आंकड़ों को प्रत्येक दो घंटे के अंतराल पर अद्यतन किया जायेगा।
बैठक के दौरान मण्डल व जनपदों के अधिकारियों द्वारा पूछे गये प्रश्नों व जिज्ञासाओं का समाधान हरिकेश चौरसिया, निदेशक, प्रशिक्षण एवं सेवायोजन, उप्र व अन्य विभागीय अधिकारियों द्वारा किया गया तथा अनुरोध किया गया कि आईटीआई व उप्र कौशल विकास मिशन से प्रशिक्षित युवाओं को बड़ी संख्या में मेला में प्रतिभाग करने के लिये प्रेरित करें।
अमृत अभिजात द्वारा मेला के आयोजकों को निर्देशित किया गया कि मेला के दौरान कानून, चिकित्सीय, बिजली व जल-पान आदि की व्यवस्थाओं हेतु समुचित तैयारियां किया जाना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही ऐसे जनपद जहाँ बड़ी संख्या में उद्योग संचालित हो रहे हैं, की प्रगति बेहतर होनी चाहिये। उन्होंने बताया कि अप्रेन्टिस मेला के सफल आयोजन हेतु प्रत्येक जनपद को एक लाख रुपये की धनराशि निर्गत की जा रही है तथा प्रत्येक मंडल पर मेला की प्रगति व निगरानी के लिये नोडल अधिकारी की तैनाती की गई है।