उत्तर प्रदेशवाराणसी

प्रकृति से प्रेम और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है छठ महापर्व

वाराणसी। प्रकृति की आराधना और उसे सहेजने के चार दिवसीय लोक पर्व डाला छठ के अन्तिम दिन गुरूवार को नमामि गंगे ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। जनमानस में प्रति दिन नई ऊर्जा का संचार करने वाले भगवान सूर्य नारायण की पहली किरण को अर्घ्य देकर आरती उतारी। उगते सूरज को जल देने के लिए उपस्थित हजारों श्रद्धालुओं को लाउडस्पीकर से सूर्य और जल की महत्ता बताई। मनुष्य और प्रकृति को एकाकार करने वाले छठ महापर्व पर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प दोहराया। नदियों को प्रदूषण मुक्त बनाने की प्रेरणा के पर्व पर प्लास्टिक मुक्त पर्यावरण की अपील की।

छठ-पूजा को पर्यावरण संरक्षण, रोग निवारण व अनुशासन का पर्व बताते हुए संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि छठ-पूजा का अनुपम-पर्व प्रकृति से और प्रकृति की उपासना से पूरी तरह जुड़ा हुआ है। आज जब पूरा विश्व बढ़ते प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन से जूझ रहा है। इससे मुक्ति के लिए पर्यावरण संरक्षण आवश्यक है। छठ पर्व मनुष्य को प्रकृति से जोड़ने का त्योहार है। यह पर्व हमें सामाजिक समरसता का भी पाठ पढ़ाता है। कार्यक्रम में रामप्रकाश जायसवाल, शिवम अग्रहरि, सारिका गुप्ता, प्रीति जायसवाल, रश्मि साहू , विजेता सचदेवा, रंजीता गुप्ता, भावना गुप्ता, स्वाति जायसवाल, मंजू जायसवाल, कंचन मिश्रा, पूजा मौर्या, पारुल गुप्ता, संध्या सिंह , प्राज्वल गुप्ता आदि शामिल रहें।

संबंधित समाचार

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button