मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष ने दी रामनवमी की बधाई
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने आदि शक्ति माँ भगवती के अनुष्ठान के पर्व वासन्तिक नवरात्रि एवं मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के पावन जन्मदिन रामनवमी की प्रदेशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। मुख्यमंत्री योगी ने अपने बधाई संदेश में कहा है कि शक्ति की अधिष्ठात्री देवी के अनुष्ठान की नवमी तिथि को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का जन्मदिन हम सबको एक नई प्रेरणा और प्रकाश प्रदान करता है।
उन्होंने कहा कि शक्ति की अधिष्ठात्री देवी माँ भगवती इस चराचर जगत की आदि शक्ति हैं तो मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का सम्पूर्ण जीवन हम सबको जीवन के उच्च आदर्शों और मर्यादाओं का पालन करने की एक नई प्रेरणा प्रदान करता है। राम नवमी के दिन नौ कन्याओं का पूजन मातृ शक्ति के प्रति भारत की सनातन आस्था और सम्मान के भाव को प्रदर्शित करता है।
योगी ने कहा, ‘‘आदि शक्ति माँ भगवती की शक्ति और मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की मर्यादा हम सबको अपने राष्ट्रीय कर्तव्यों से जोड़ने में एक नई शक्ति प्रदान करेगी। इस पावन अवसर पर समस्त प्रदेश वासियों के प्रति हमारी अनन्त शुभकामनाएं।’’ मुख्यमंत्री ने लोगों से कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत सभी सावधानियां बरतते हुए रामनवमी के धार्मिक अनुष्ठान सम्पन्न करने की अपील की है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने अपने सन्देश में कहा है कि भगवान श्री राम के जन्म का उद्देश्य मानव का कल्याण करना, मानव समाज के लिये एक आदर्श पुरुष की मिसाल पेश करना और अधर्म का नाश कर धर्म की स्थापना करना था। यहां धर्म का अर्थ किसी विशेष धर्म के लिये नहीं बल्कि एक आदर्श कल्याणकारी समाज की स्थापना से है। भगवान श्रीराम को मर्यादा पुरुषोत्तम भी माना जाता है। रामनवमी पर्व का महत्व प्रचीन काल से ही धार्मिक आस्था का प्रतीक रहा है।
विधान परिषद के सभापति कुँवर मानवेन्द्र सिहं ने भी रामनवमी के पावन अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई एंव शुभकामनायें दी है। सभापति विधान परिषद ने कहा कि यह पर्व भारत में श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाता है। रामनवमी एक लोकप्रिय हिन्दू त्योहार है। यह त्योहार आदर्श मर्यादा पुरुषोत्तम राम के जन्म के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। रामनवमी का त्योहार न केवल भारत के लोगों के द्वारा बल्कि दुनिया के अन्य भागों में रहने वाले हिन्दु समुदाय द्वारा आयोजित किया जाता है। इस अवसर पर कई श्रद्धालु उपवास भी रखते है।