दोस्तों के साथ मिलकर भावुक हुए सीएम धामी, सुनाए लखनऊ यूनिवर्सिटी के अपने पुराने किस्से
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तर प्रदेश दौरे पर हैं और बुधवार को वह लखनऊ यूनिवर्सिटी पहुंचे. जहां उन्होंने अपने पुराने साथियों के साथ मुलाकात की और अपने छात्र जीवन के किस्से सुनाए. सीएम धामी ने कहा कि कि बसंती चाची की पकौड़ी और चाय और पप्पू भैया के खाने का ढाबा आज भी याद है. दरअसल सीएम धामी बुधवार शाम को कुछ समय के लिए अपने गुरुओं और साथियों के बीच लखनऊ यूनिवर्सिटी पहुंचे थे.
वहीं, लखनऊ यूनिवर्सिटी में कानून मंत्री ब्रजेश पाठक ने जब मुख्यमंत्री धामी का शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया तो उनके चेहरे पर स्नेह का भाव देखने वाला था. असल में पाठक लखनऊ यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष रह चुके हैं जबकि सीएम धामी भी अपने छात्र जीवन में चुनाव लड़े. लेकिन उन्हें जीत नहीं मिली. वहीं सीएम धामी ने मुख्यमंत्री होने के बावजूद यूपी के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक को भाई कहकर संबोधित किया.
जब पीछे से आवाज आई मैं भी हूं दिलीप
लखनऊ यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र फाउंडेशन द्वारा मालवीय सभागार में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का सम्मान समारोह आयोजित किया गया था और यहां धामी मंच पर पूर्व छात्र के रूप में दिखाई दिए. उन्होंने कहा वो आज भी हैं अपने गुरुओं और दोस्तों की बदौलत हैं. उन्होंने कहा कि गुरु से प्राप्त शिक्षा और यहां से सीखी गई मेहनत के कारण ही हम आज इस पद पर हैं. सीएम धामी ने इस दौरान शिक्षक को देखा और कहा कि मुझे उपाध्याय सर की बहुत डांट मिली.
वहीं उन्होंने जब प्रोफेसर निशि पांडे की ओर देखा तो कहा मैम आप हमारी अभिभावक हो. फिर धामी बोले आप आज तक बिल्कुल नहीं बदली हैं. वहीं जब सीएम धामी ने मंच से बजरंगी सिंह बाज्जू, अभिषेक सिंह आसू, अनिल सिंह वीरू जैसे अपने साथियों के नाम लिए तो सभागार के चारों तरफ से उनके कई साथियों की आवाजें आने लगीं. वहीं जब धामी ने बोलना शुरू किया तो पूछे से आवाज आयी मैं भी हूं दिलीप.
सीएम धामी ने राज्यपाल को भेंट किया रुद्राक्ष का पौधा
लखनऊ दौरे के दौरान सीएम धामी ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से शिष्टाचार भेंट की और उन्होंने राज्यपाल को उपहार के रूप में भगवान केदारनाथ का स्मृति चिन्ह और रुद्राक्ष का पौधा भेंट किया. वहीं सीएम धामी को राज्यपाल ने दो किताबें भेंट कर स्वागत किया. वहीं सीएम धामी ने यूपी विधान सभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित से भी मुलाकात की.