युवा पीढ़ी को संस्कारयुक्त शिक्षा देने की जरूरत : गुलाब देवी
लखनऊ। युवा पीढ़ी को संस्कारयुक्त शिक्षा देने की जरूरत है। जीवन में सफल होना है और अपने लक्ष्य को प्राप्त करना है तो अपने अंदर के विकारों का त्याग करना होगा। इसके साथ ही शरीर को स्वस्थ रखने के लिए दिनचर्या और खान-पान पर विशेष ध्यान देना होगा। इन्हीं बातों को ध्यान में रखकर हम किसी भी मुकाम को हासिल कर सकते हैं।
यह बातें मुख्य वक्ता प्रदेश की माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार )गुलाब देवी ने आजादी के अमृत महोत्सव पर आयोजित राष्ट्रहित सर्वोपरि कार्यक्रम के 20वें अंक में व्यक्त किए। यह कार्यक्रम सरस्वती कुंज, निराला नगर के प्रो. राजेन्द्र सिंह (रज्जू भैया) उच्च तकनीकी (डिजिटल) सूचना संवाद केन्द्र में विद्या भारती एवं विश्व संवाद केन्द्र अवध के संयुक्त अभियान में चल रहा है।
राज्यमंत्री गुलाब देवी ने कहा कि हमारे भैया-बहन अपने जीवन के प्रारम्भिक चरण में हैं। उन्हें कुछ नियमों और अनुशासन का कठोरता से पालन करने की जरूरत है, जो उनके जीवन में उपयोगी सिद्ध होंगे। उन्होंने कहा कि हम अपने देश की सेवा करने में तब सक्षम होंगे,जब हम शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होंगे। उन्होंने कहा कि भैया-बहनों के अंदर संस्कार का अभाव होता जा रहा है। ऐसे विद्या भारती के स्कूलों की तरह अन्य विद्यालयों में भी भैया-बहनों को संस्कारयुक्त शिक्षा देने की आवश्यकता है। साथ ही उन्होंने बच्चों को अपने माता-पिता और वरिष्ठजनों का सम्मान करने की बात कही।
मुख्य अतिथि वीर चक्र से सम्मानित कर्नल विजयंत कुमार ने कहा कि सेना में जाकर देश की सेवा करना एक सौभाग्य है, लेकिन जो लोग सेना में नहीं जा सकते हैं वह जिस भी क्षेत्र में हैं, वहीं रहकर देशहित व देश के विकास के लिए कार्य करें, यही सच्ची देश सेवा होगी। विशिष्ट अतिथि केजीएमयू के निश्चेतना विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. ज्ञान प्रकाश सिंह ने कहा कि हम सब एक स्वतंत्र देश में पैदा हुए हैं और देश की स्वतंत्रता के लिए हमारे पूर्वजों ने बलिदान दिया। जिनके बलिदान को याद करने व युवा पीढ़ी तक उनकी वीरगाथा को पहुंचाने के लिये आज़ादी के अमृत महोत्सव पर राष्ट्रहित सर्वोपरि जैसे कार्यक्रमों का आयोजन सराहनीय है।
विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के बालिका शिक्षा प्रमुख उमाशंकर मिश्र ने आए हुए सभी अतिथियों का परिचय कराया। पूर्व सैनिक सेवा परिषद् के कर्नल आर.पी. सिंह ने कार्यक्रम की प्रस्ताविकी रखी। कार्यक्रम का संचालन विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रचार प्रमुख सौरभ मिश्रा ने किया।