एम्स रायबरेली में नियुक्तियों के नाम पर फर्जीवाड़ा, फर्जी आईडी से दिए जा रहे हैं नियुक्ति पत्र
रायबरेली। एम्स में संविदा पदों पर नियुक्तियों के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। निदेशक की फर्जी मेल आईडी बनाकर नियुक्ति पत्र जारी किए जा रहे हैं। मामला संज्ञान में आने पर एम्स रायबरेली के सहायक सुरक्षा अधिकारी ने रायबरेली के भदोखर थाने में शिकायत की है।
उल्लेखनीय है कि इस समय एम्स रायबरेली में नियमित पदों के अलावा कई संविदा पदों पर भर्तियां की जा रही हैं। संविदा पदों के लिए कई सेवा प्रदाता कंपनियों से अनुबंध किया गया है। लेकिन इन भर्तियों को लेकर जालसाजों द्वारा फर्जीवाड़ा किया जा रहा है और निदेशक के फर्जी हस्ताक्षर से नियुक्तियां व जॉइनिंग के आदेश जारी किए जा रहे हैं।
मामला संज्ञान में आने के बाद एम्स के सहायक सुरक्षा अधिकारी अजय कुमार ने भदोखर थाने में अज्ञात जालसाजों के खिलाफ शिकायत की है।बताया जा रहा है कि इन संविदा पदों को लेकर इस समय कई जालसाज सक्रिय है,जो बेरोजगार युवकों को एम्स में नौकरी दिलवाने के नाम पर ठग रहे हैं।
भदोखर थाने में दी गई शिकायत में अजय कुमार ने कहा कि जानकारी मिली है कि कुछ जालसाज एम्स के नाम का दुरुपयोग कर रहे हैं और फर्जी नियुक्तियां निकाल रहे हैं। साथ ही निदेशक के फर्जी हस्ताक्षर से फर्जी नियुक्ति पत्र भी जारी किए जाने की आशंका है। इसके अलावा एम्स के निदेशक प्रो. अरविंद राजवंशी की फेक ईमेल आईडी बनाई है। इसी मेल आईडी से जालसाज गोरखधंधा करने का प्रयास कर रहे हैं।
भदोखर कोतवाल जसवंत यादव का कहना है कि एम्स के सहायक सुरक्षा अधिकारी अजय कुमार की ओर से शिकायत मिली है। निदेशक की फर्जी ई-मेल आईडी बनाई गई है। इसकी भी तहरीर मिली है। दोनों तहरीरों के मिलने के बाद मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही ऐसे तत्वों का पता लगाकर उन्हें जेल भेजा जाएगा।
दूसरी ओर एम्स के निदेशक निदेशक प्रो. अरविंद राजवंशी का कहना है कि जो भी नियुक्तियां या आदेश होते हैं, वह एम्स की वेबसाइट पर उपलब्ध कराने के साथ ही अखबारों में भी छपवाया जाता है। किसी प्राइवेट ई-मेल आईडी पर ऐसी कोई सूचना एम्स की ओर से नहीं दी जाती है। जालसाजों से बचें। यदि कोई फर्जी नियुक्ति कराने का प्रलोभन देता है तो उसकी सूचना पुलिस को दें।