अब SP के एक और वरिष्ठ नेता ने अलापा ‘जिन्ना प्रेम’, सहयोगी राजभर भी बोले- अगर बना देते पहला PM तो नहीं होता बंटवारा
उत्तर प्रदेश की सियासत में पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना का नाम इन दिनों खूब उछल रहा है. समाजवादी पार्टी (एसपी) प्रमुख अखिलेश यादव के बाद अब उनकी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता और यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने भी जिन्ना राग अलापा है. वहीं हाल ही में एसपी के साथ गठबंधन करने वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओपी राजभर ने भी जिन्ना को लेकर बयान दिया. रामगोविंद चौधरी ने बुधवार को कहा कि “जिन्ना आज़ादी की लड़ाई के प्रथम पंक्ति के नेता थे. देश की आज़ादी में जितना योगदान नेहरू और पटेल का था, उतना ही जिन्ना का भी था. भारतीय जनता पार्टी ने मुसलमानों को इतना अपमानित किया है कि इतिहास में इसका वर्णन होगा तो दुनिया चौक जाएगी.
“अगर देश का पहला PM जिन्ना को बनाया जाता तो बंटवारा नहीं होता”
चौधरी ने आगे कहा कि मुसलमान अपने अपमान होने का बदला लेगा और अखिलेश यादव को वोट देगा. वो अखिलेश यादव को वोट देता भी रहा है, इस बार और अधिक वोट देगा.” जिन्ना का नाम आडवाणी भी लिए, मजार पर चादर चढ़ाए. वहीं हाल ही में हेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने समाजवादी पार्टी के साथ करार किया. पार्टी के अध्यक्ष ओपी राजभर ने भी मोहम्मद अली जिन्ना को लेकर प्रेम जताया. राजभर ने कहा है कि अगर देश का पहला पीएम जिन्ना को बनाया जाता तो देश का बंटवारा नहीं होता.
इससे पहले उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने अखिलेश को लेकर कहा था कि अखिलेश यादव का जिन्ना को लेकर दिया गया बयान एक सामान्य घटना नहीं है, अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं, वहीं जिन्ना देश के विभाजन के दोषी हैं. उन्होंने कहा, ‘‘जिन्ना एक ऐसे खलनायक हैं , जिन्हें कोई भारतीय देखना व सुनना पसंद नहीं करता है. अखिलेश यादव किस भाव से प्रेरित होकर, किस दबाव व किस लालच में जिन्ना की जयकार व गुणगान कर रहे हैं, उन्हें स्पष्टीकरण देना चाहिए. मंत्री ने कहा कि ”मैं चाहूंगा कि अखिलेश यादव स्वयं आगे आकर अपना नार्को टेस्ट कराएं.