63 सफाई कर्मियों में मिले सिर्फ 26, महापौर ने कार्यदायी संस्था को हटाने का दिया निर्देश

- महापौर ने देखी सफाई व्यवस्था, बजबजाती मिलीं नालियां, गलियों में कूड़े का ढेर
लखनऊ। महापौर संयुक्ता भाटिया ने शंकरपुरवा द्वितीय वार्ड के आदिल नगर, वसुंधरा पुरम, गन्ने का पुरवा, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के पास जैसे कई इलाकों में सफाई कार्य का औचक निरीक्षण किया। सफाई कर्मियों को बिना बताये पहुंची महापौर को सफाई व्यवस्था संतोषजनक नहीं मिली। नालियां बजबजाती मिलीं तो वहीं गलियां कूड़े के ढेर से पटी थी। 63 कर्मियों में से सिर्फ 26 ही उपस्थित मिले। इस पर महापौर ने कार्यदायी संस्था को हटाने का निर्देश दिया।
औचक निरीक्षण के दौरान कई मोहल्लों में मात्र 1 महिला सफाई कर्मचारी ही नजर आई। औचक निरीक्षण की सूचना प्राप्त होने पर पहुंचे दूसरे वार्ड में सुपरवाइजर ने बताया कि शंकरपुरवा द्वितीय के इंस्पेक्टर बृजेश आज छुट्टी पर है। स्थानीय निवासियों से पूछने पर महापौर को बताया कि आज तक कभी कोई सफाईकर्मी नहीं दिखाई दिया। नालियां सब कूड़े से जाम हैं और गंदगी से बजबजा रही हैं।
महापौर ने अधिकारियों को मौके पर बुलाकर कर्मचारियों की अपने सामने गिनती कराई। वार्ड के मोहल्लों में सफाई कर्मी नज़र नहीं आने पर महापौर ने कार्यदायी संस्था एवं एसएफआई को मौके पर तलब किया और समय देते हुए सामुदायिक केंद्र पर सभी संविदा और कार्यदायी कर्मचारियों की गिनती कराने के लिए निर्देशित किया।
सामुदायिक केंद्र पर सफाई कर्मियों की गिनती के दौरान 22 संविदा कर्मचारियों में से 18 मौके पर पाए गए साथ ही कार्यदायी संस्था के 63 कर्मचारियों में से मात्र 4 सुपरवाइजर सहित कुल 26 कर्मचारियों को 1 घंटे में मौके पर कार्यदायी संस्था बुला सकी। वार्ड में व्याप्त भीषण गंदगी पर नाराजगी जताते हुए महापौर ने सुपरवाइजर ब्रजेश को निलंबित करने के निर्देश दिए। साथ ही कार्यदायी संस्था को वार्ड से हटाने के लिए नगर आयुक्त अजय द्विवेदी को निर्देश दिए।
महापौर संयुक्ता भाटिया ने एसएफआई राकेश को भी फटकार लगाते हुए दो दिन में पूरे वार्ड में सफाई कराने के भी दिए निर्देश दिए। महापौर ने कहा कि सफाई कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।औचक निरीक्षण के दौरान महापौर संयुक्ता भाटिया के संग मण्डल अध्यक्ष कृष्ण प्रताप सिंह, एस.एफ.आई. बृजेश, अवर अभियंता अरुण मेहता एवं स्थानीय निवासी मौजूद रहे।