उत्तर प्रदेशलखनऊ

पिछले वर्ष की तुलना में 1646 मेगावाट बढ़ी बिजली की मांग

लखनऊ। अत्यधिक गर्मी के कारण पिछले वर्ष अप्रैल की अपेक्षा इस वर्ष अप्रैल में 1646 मेगावाट बिजली की मांग बढ़ गयी है। इससे विद्युत आपूर्ति में बांधा पहुंचने लगी है। इसके लिए ऊर्जा मंत्री ने बिजली कर्मियों को अत्यधिक सावधानी बरतने के आदेश दिये हैं। पिछले वर्ष मार्च माह में 18,593 मेगावाट बिजली की मांग थी, जबकि इस वर्ष अप्रत्याशित रूप से बढ़कर 20,479 मेगावाट हो गयी। अर्थात मार्च माह में ही पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 1886 मेगावाट ज्यादा बिजली की मांग बढ़ गयी।

वहीं अप्रैल माह में पिछले वर्ष 19,837 मेगावाट बिजली की मांग रही, जबकि इस वर्ष 21,483 मेगावाट इस माह में बिजली की मांग हो गयी। अर्थात 1646 मेगावाट की अप्रैल माह में पिछले वर्ष की तुलना में ज्यादा मांग है। बढ़ी हुई मांग को पूरा करने के लिए उप्र प्रदेश पावर कारपोरेशन रिकार्ड विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित कर रहा है। अप्रैल में इतनी विद्युत आपूर्ति इसके पूर्व कभी नहीं हुई। एक अप्रैल को 19328 मेगावाट विद्युत मांग थी, जिसमें 10 अप्रैल तक लगभग 2000 मेगावाट की बढ़ोतरी हो गई है।

प्रदेश के ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री एके शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार निर्बाध विद्युत आपूर्ति को लेकर अत्यन्त गम्भीर है। इसके लिए सभी वितरण अधिकारी अपने-अपने कार्य क्षेत्रों में पूरी सजगता बरतें एवं इसका अनुश्रवण सभी डिस्काम के एमडी द्वारा प्रतिदिन किया जाये। साथ ही पावर कारपोरेशन स्तर से भी बिजली आपूर्ति के शिड्यूल के अनुपालन की सतत निगरानी की जाये।

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