उत्तर प्रदेशसुलतानपुर

प्रधानमंत्री का नीचे की कड़ी ग्राम प्रधान से सीधा संवाद सराहनीय कदम : मेनका

  • पंचायती राज व्यवस्था ने लोकतंत्र के वास्तविक सपने को किया साकार
  • भाजपा सरकार ने जितना गावों के लिए किया, किसी सरकार ने नहीं किया
  • भारतीय समाज का हृदय बसता है गांव में, वहां खुशहाली जरूरी

सुलतानपुर। पूर्व केंद्रीय मंत्री व जिले की सांसद मेनका संजय गांधी ने दौरे के तीसरे व अंतिम दिन जम्मू कश्मीर में प्रधानमंत्री के पंचायती राज दिवस पर सीधा प्रसारण देखा व लम्भुआ विधानसभा के आधे दर्जन से अधिक गांवों में चौपाल लगाकर जनता से सीधा संवाद स्थापित किया। मेनका गांधी ने कहा कि भारतीय समाज का हृदय गांव में बसता है वहां खुशहाली लाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि पंचायती राज व्यवस्था में गांवों को ताकतवर बनाया गया है।

यहां पर पत्रकारों से बात करते हुए सांसद ने कहा कि विकास कार्यों के संचालन के लिए विकास की सबसे ऊपर की कड़ी प्रधानमंत्री की सबसे नीचे की कड़ी ग्राम प्रधान से संवाद स्थापित होना एक सराहनीय कदम है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने जितना गांव के विकास के लिए किया इसके पहले किसी भी सरकारों ने नहीं किया। उन्होंने कहा कि पंचायती राज व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए हर सरपंच व प्रधान की ट्रेनिंग होनी चाहिए उनको अपना दायित्व मालूम होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर प्रधानों में कांफिडेंस आ जाए कि हम लोग पैसा खर्च करने के अलावा पुराने प्रधानों व सरपंचों की तरह छोटे-मोटे लड़ाई-झगड़ों, गिले-शिकवों को गांव में ही बैठकर दूर कर सकते हैं। इससे निश्चित रूप से गांव में भाईचारा बढ़ेगा और गांव ताकतवर होंगे।

श्रीमती गांधी ने कहा कि आज प्रधानी के चुनाव में लड़ाई बड़ी तीखी और बहुत प्रखर होती है और इसमें हमेशा के लिए दुश्मनी बन जाती है। अगर प्रधान अपने दायित्व को समझे तो गांव में खुशहाली लाने के साथ सुंदर भी बना सकता है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि अगर कृषि विज्ञान केंद्र अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए गांव-गांव में युवाओं को आधुनिक, वैज्ञानिक खेती का प्रशिक्षण देना शुरू कर दे और लोगों को गेहूं, धान व गन्ना की खेती के अलावा नगदी फसलों के बारे में बताएं। इससे गांव आर्थिक रुप से मजबूत और सशक्त होगें और युवा की दिलचस्पी भी गांव की तरफ बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र के लोग कमरों में बैठकर काम करते हैं। उनको चारदीवारी से बाहर निकलकर गांव में जाकर युवाओं को प्रशिक्षित करना होगा।

श्रीमती गांधी ने इसके उपरांत लम्भुआ विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत सकरसी, बरसड़ा, खड़ुआन, खसड़े, गारापुर ,भटेरा समेत आधे दर्जन से अधिक ग्राम पंचायतों में चौपाल के माध्यम से जन समस्याओं का निस्तारण भी किया। सांसद ने जन-चौपालों में अपने विकास कार्यों की विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि मैंने अपने राजनीतिक जीवन में जाति-धर्म से ऊपर उठकर लोगों की मुसीबतों में मदद करने का कार्य किया है। उन्होंने कहा मैं चाहती हूं कि गांव में लड़ाई- झगड़े कम हों।

रविवार को सांसद मेनका गांधी ने शहर विधायक विनोद सिंह के साथ सुलतानपुर के गुप्तारगंज कस्बे में ग्रामीणों व पंचायत प्रतिनिधियों के साथ राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर जम्मू कश्मीर से प्रसारित हो रहे प्रधानमंत्री के सीधे प्रसारण को देखा। उन्होंने बताया की मैंने दिशा बैठक में गांव के जमीनी विवाद को निपटाने के लिए लेखपालों को 10 से 2 बजे तक गांव में बैठकर विवादों को निपटाने का निर्णय किया है। यह निर्णय जल्द ही जमीनी स्तर पर लागू होगा।

श्रीमती गांधी ने आज जनता दरबार में दूरदराज से आए हुए सैकड़ों लोगों की समस्याओं का निपटारा किया। सांसद के साथ प्रतिनिधि रणजीत कुमार, विजय त्रिपाठी, विजय सिंह रघुवंशी, श्याम बहादुर पांडे, राजेश पांडे, सुजीत सिंह,जगदीश चौरसिया, रामप्यारे निषाद, प्रशांत द्विवेदी, अनिल तिवारी, प्रवीण सिंह संजय सरोज, कमलेश वर्मा, सत्य प्रकाश बरनवाल, राजेश सिंह,अनवर खान आदि मौजूद रहे।

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