ज्ञानवापी मामले में विवादित टिप्पणी पर प्रोफेसर रविकांत ने मांगी माफी
लखनऊ। टीवी डिबेट में ज्ञानवापी मामले में विवादित टिप्पणी करने वाले एसोसिएट प्रोफेसर रविकांत ने माफी मांग ली। सुबह विश्वविद्यालय खुलते ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने प्रोफेसर रविकांत से उक्त मामले में मिलना चाहा तो उन्होंने मिलने से मना कर दिया और चीफ प्राक्टर कार्यालय में जाकर बैठ गये।
लखनऊ विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर रविकांत के खिलाफ बर्खास्तगी पर अड़े विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने स्थानीय पुलिस प्रशासन एवं चीफ प्राक्टर समेत विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने समझाया लेकिन कार्यकर्ताओं ने एक बात नहीं मानी। विरोध करते हुए जमकर नारेबाजी की। इस पर प्रोफेसर रविकांत ने कार्रवाई करने की बात कही। इसके बाद मौके पर पुलिस बुला ली गयी। पुलिस उपनिरीक्षकों एवं सिपाहियों की मौजूदगी में प्रदर्शन उग्र होने लगा। तभी वहां विश्वविद्यालय प्रशासन ने हस्तक्षेप किया। इस बीच कुलपति कार्यालय को भी सूचना दी गयी।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत संगठन मंत्री अंशुल ने उक्त मामले में एसोसिएट प्रोफेसर की बर्खास्तगी तक प्रदर्शन जारी रखने की बात कही है। परिषद कार्यकर्ताओं के दबाव में आने के बाद माफी मांगते हुए रविकांत ने कहा कि उनकी बात से किसी को ठेस पहुंचा हो तो वह उसके लिए माफी मांगते हैं।