छिपकली गिरा मिड-डे मील खाने से बिगड़ी 8 बच्चों की तबीयत
यूपी के कानपुर में जहरीला मिड-डे मील खाने से बच्चों की तबीयत खराब हो गई. प्राइमरी स्कूल के बच्चों को छिपकली मिड वाला-डे-मील के खिला दिया गया. जिसके बाद बच्चों की तबीयत अचानक बिगड़ने लगी. एक बच्ची ने टीचर को खाने में छिपकली होने की जानकारी दी थी. जिसके बाद और बच्चों की तबीयत भी बिगड़ने लगी. 8 बीमार बच्चों को तुरंत एंबुलेंस से सीएचसी में भर्ती कराया गया. दो बच्चों की गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टर्स ने उन्हें तुरंत कानपुर रेफर कर दिया लेकिन परिवार वाले उन्हें लेकर ही नहीं गए. हालांकि थोड़ी देर बाद बच्चों की हालत में सुधार हो गया. वहीं 6 बच्चों को शुरुआती इलाज देकर घर भेज दिया गया.
कानपुर के भीतरगांव ब्लॉक के सरसी गांव में जहरीला खाना खिलाए जाने की जानकारी जैसे ही बीएसए को मिली वह तुरंत स्कूल पहुंच गए. वहीं बच्चों की खराब हालत की खबर सुनते ही सीएचसी की टीम भी तुरंत स्कूल पहुंच गई. उन्होंने स्कूल में मौजूद 38 बच्चों की जांच की. बताया जा रहा है कि सरसी स्कूल में आज दोपहर को मिड डे मील में 46 बच्चों को सोयाबीन की सब्जी और रोटी दी गई थी. खाने के दौरान ही एक बच्ची ने टीचर को बताया कि सब्जी में छिपकली गिरी हुई है. यह सुनते ही वहां हड़कंप मच गया.
आयुष मंत्रालय के अन्तर्गत काम करते हुए एनएमपीबी विभाग की तरफ से औषधीय पौधों से संबंधित सभी मामलों का समन्वय करने के साथ व्यापार, निर्यात, संरक्षण, खेती व विकास की नीतियों की अहम जिम्मेदारी निभाई जाएगी. साथ ही एनएमपीबी विभाग कार्यक्रमों के आयोजन व क्रियान्वयन के लिए भी अधिकृत है. बता दें कि इस समझौते के दौरान सीएसआईआर के निदेशक डॉ. प्रबोध कुमार त्रिवेदी ने बताया कि सीएसआईआर व एनएमपीबी दोनों विभाग मिलकर औषधीय पौधों के आयात को कम करके किसानों की आय में बढ़ोतरी करने का प्रयास करेगें.