बुंदेलखंड और विंध्य के सैंकड़ों गांव में घर-घर पहुंचा पानी
- ‘हर घर नल योजना’ से नहीं रही पानी की किल्लत, गांव-गांव मिल रही जलापूर्ति
लखनऊ। बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र में इस गर्मी स्वच्छ पीने का पानी पर्याप्त मात्रा में मिलने लगा है। नमामि गंगे ओर ग्रामीण जलापूर्ति विभाग ने युद्ध स्तर पर ‘हर घर नल’ योजना का लाभ सैकड़ों गांव तक पहुंचाया है। सरकार के प्रयासों से अब गांव-गांव में घर-घर तक टैप से पीने का पानी मिल रहा है।योजना का लाभ मिलने से लोगों में खुशी है। बीमारी से बचाव के साथ उनको शुद्ध पेजयल मिलने लगा है।
सरकार के प्रयासों से पानी की किल्लत से जूझने वाले बुंदेलखंड के सात और विंध्य के दो जिलों में लाखों लोगों को योजना का लाभ दिया जा रहा है। अब तक 59 हजार 202 से अधिक घरों तक पानी के कनेक्शन दिये गये हैं और दो लाख 36 हजार 808 से ज्यादा लोगों को इसका लाभ मिला है। बुंदेलखंड और विंध्य में कई पुरानी योजनाओं को भी नए सिरे से शुरू किया गया है।
रेट्रोफिटिंग की इस योजना से एक लाख दो हजार 445 से अधिक घरों तक पानी सप्लाई दी जा रही है। चार लाख नौ हजार 780 से ज्यादा लोगों को फायदा मिला है। सरकार ने बड़ी तेजी से काम करते हुए 60 हजार से अधिक गावों में योजना के तहत जल-आपूर्ति सम्बंधी कार्य पूरे कराए हैं जिसके चलते पानी से वंचित रहने वाले इलाकों की सूरत आज बदल चुकी है।
स्वच्छ जलापूर्ति बनी बुंदेलखंड और विंध्य की नई कहानी
कभी पानी के लिए त्राहिमाम करने वाले बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र में नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की हर घर नल से जल योजना नई कहानी बन गई है। लोग अब वह दिन भूल गये हैं जब बूंद-बूंद पानी के लिए उनको कई मील दूर जाना पड़ता था। विभाग के अधिकारी बताते हैं कि सरकार के प्रयासों से विभाग ने झांसी में 1037 से अधिक घरों में पानी के कनेक्शन पहुंचा दिये हैं।
ललितपुर में 5414, जालौन में 5203, हमीरपुर में 5779, बांदा में 9658, चित्रकूट में 2902 और महोबा में 11 हजार 279 से अधिक घरों तक पानी के कनेक्शन दे दिये गये हैं। मिर्जापुर में 17 हजार 930 और सोनभद्र में 32 हजार 1403 से अधिक परिवारों तक फंक्शनल हाउस होल्ड कनेक्शन का लक्ष्य को भी तेजी से पूरा करने में विभाग के अधिकारी जुटे हैं।
मिर्जापुर में रेट्रोफिटिंग योजनाएं हुईं पूरी, 24150 से अधिक परिवारों को मिला स्वच्छ पानी
बुंदेलखंड ओर विंध्याचल के नौ जिलों में पुरानी योजनाओं को नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग ने बड़ी तेजी से पूरा किया है। विंध्य के मिर्जापुर और सोनभद्र की स्थिति बदल गई है। मिर्जापुर में 62 में से 59 रेट्रोफिटिंग योजनाएं पूरी हो चुकी हैं। 24 हजार 150 से अधिक परिवारों को शुद्ध पानी मिल रहा है। सोनभद्र में 10 हजार 974 से अधिक घरों तक पानी के कनेक्शन हो चुके हैं।
जालौन में नौ हजार 156, झांसी में 20 हजार 969, ललितपुर में 1450 महोबा में 11 हजार 966 से अधिक परिवारों को लाभ मिलना शुरू हो चुका है। हमीरपुर में 10 हजार 554 और चित्रकूट में 835 से अधिक परिवारों तक पानी के कनेक्शन पहुंचा दिये गये हैं। बांदा में 12 हजार 391 से अधिक घरों तक पानी कनेक्शन दिये गये हैं।
बांदा में ऑनगोइंग योजना से 4596 ये अधिक परिवारों में दिये कनेक्शन
बुंदेलखंड और विंध्य के आर्सेनिक से प्रभावित इलाकों में नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग ने युद्ध स्तर पर कार्य करते हुए 26 हजार 900 से ज्यादा घरों में पेयजल आपूर्ति शुरू कराई है। योजना से एक लाख सात हजार 600 से अधिक लोगों को सीधा लाभ मिल रहा है।
जालौन में दो ऑनगोइंग योजनाओं से 1189 से अधिक घरों तक पानी कनेक्शन दिये गये तो झांसी में 2400, ललितपुर में 5184, महोबा में 5062 से अधिक घरों तक पानी कनेक्शन पहुंचा दिये गये हैं। हमीरपुर में 1686, चित्रकूट में 1219, बांदा में सबसे अधिक 4596 परिवारों तक पानी कनेक्शन दिये जा चुके हैं। मिर्जापुर में 617 और सोनभद्र में ऑनगोइंग स्कीम से 10 हजार से अधिक घरों तक पानी कनेक्शन पहुंचाए।