प्रदेश में भाजपा ने सुरक्षा के लिए क्या किया, एनसीआरबी के आंकड़े दे रहे गवाही: इमरान मसूद
सहारनपुर। उत्तर प्रदेश विधानसभा सभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान आज हैं। कांग्रेस पार्टी का हाथ छोड़ साइकिल पर सवार हुए इमरान मसूद ने भाजपा पर कानून व्यवस्था के नाम पर भाजपा सरकार को घेराते हुए कहा कि, ‘एनसीआरबी के आंकड़े गवाही दे रहे हैं इन्होंने सुरक्षा के लिए क्या किया है। तो मुझे कहने की जरूरत नहीं है।’
पश्चिमी यूपी की सियासत के बड़े चेहरे माने जाने वाले इमरान मसूद चुनाव के शुरूआती दौर से ही चर्चा में बने हुए हैं। इमरान मसूद ने आईएएनएस से खास बातचीत कर कहा, “यूपी की जनता अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाने के लिए पुकार रही है और उसी उत्साह में जनता मतदान कर रही है। यदि सहारनपुर में सात सीटें जीत जाएं तो हैरानी नहीं होनी चाहिए। उत्तरप्रदेश का चुनाव बेहद उत्साहपूर्वक हो रहा है।”
“भाजपा के जितने वायदे हैं वह इतने झूठे हो चुकें हैं कि वह सबके सामने एक्सपोज हो गए, तो आप कब तक झूठ को चलाएंगे ? प्रधानमंत्री जब सहारनपुर पहुंचे तो सड़क पर उनके स्वागत के लिए एक व्यक्ति तक नहीं दिखाई दिया और न ही पीएम की रैली में लोग दिखाई दिए।”
- सवाल: इस चुनाव में सहारनपुर में क्या मुद्दा है ?
जवाब: उत्तरप्रदेश में बस एक ही मुद्दा है, किसान और नौजवानों की सरकार बने जो अखिलेश जी के नेतृत्व में बन रही है और इसी के ऊपर चुनाव हो रहा है।
- सवाल: भाजपा का दावा है कि कानून व्यवस्था सुधर गई है।
जवाब: एनसीआरबी के आंकड़े गवाही दे रहे हैं इन्होंने सुरक्षा के लिए क्या किया है। तो मुझे कहने की जरूरत नहीं है। आंकड़े देख लीजिए उससे पता लग जायेगा अपराध कितने कम हुए हैं। हाथरस, उन्नाव, लखीमपुर खीरी, एटा और कानपुर भी यही हुआ है वहीं बीते कुछ दिनों पहले शामली में भी अपरहण हुआ था।
- सवाल: यूपी चुनाव में कर्नाटक हिजाब का मसला सहारनपुर में कितना हाफी है। मुस्लिम बहुल्य क्षेत्र होने के नाते ?
जवाब: मुस्लिम बहुल्य इलाका हो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, लोग क्या पहने या न पहनें यह उनका अपना फैसला है। संविधान और कानून ने आजादी दी है। क्या हिजाब के अंदर अश्लीलता है ? क्यों आप हिजाब की चिंता कर रहे हो ? सर ढकना क्या भारतीय संस्कृति का हिस्सा नहीं है ? यह बेकार की बातें हैं जब आपके पास मुद्दे नहीं होते तो इस तरह की बातें की जाती हैं।
- सवाल: गन्ना किसानों को आप क्या वायदे करेंगे ?
जवाब: गन्ना किसान और गन्ने को लेकर सबसे ज्यादा काम समाजवादी पार्टी ने किया। मुलायम सिंह जी और अजीत सिंह जी ने काम किया। अजीत जी जब केंद्र में मंत्री थे तो उन्होंने मिल लगाने की तुरंत इजाजत दी। इस क्षेत्र में तभी मिलें लगी। लेकिन इनकी सरकार में झूठे वायदे किये जाते। बंद पड़ी शुगर मिले हर साल चलाने का वायदा करते लेकिन चलाई क्यों नहीं ?
- सवाल: 7 विधानसभा सीटों में से एक पर आपके भाई भी चुनाव लड़ रहे तो क्या कोई सॉफ्ट कार्नर भाई के लिए ?
जवाब: भाई भाई की तरह है और राजनीति अपनी जगह है। मैं पार्टी के साथ हूं, 4 बैठकें करके आया हूं। तो उसका कोई मतलब नहीं है।
- सवाल: समाजवादी पार्टी में शामिल हुए हैं तो अपना भविष्य क्या देख रहे हैं ?
जवाब: यह पार्टी नेतृत्व का फैसला है कि मुझे वह किधर इस्तेमाल करेंगें। मैंने कोई शर्त नहीं रखी है। मैंने सैद्धान्तिक रूप से जब मैं कांग्रेस पार्टी में था तब मैंने कोशिश की कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन हो जाए क्योंकि मैं नहीं चाहता कि मौजदा सरकार से जनता और ज्यादा त्रस्त हो। वहीं यदि हम अलग लड़ते तो भाजपा को फायदा होता इसलिए मैंने समाजवादी पार्टी में जाने का निर्णय लिया।
दरअसल सहारनपुर में विधानसभा की 7 सीटें हैं, बेहट, नकुड़, सहारनपुर नगर, सहारनपुर देहात, देवबंद, गंगोह और रामपुर मनिहारन हैं। इन सभी सीटों पर इमरान मसूद के मुताबिक, लड़ाई बीजेपी और समाजवादी पार्टी-आरएलडी गठबंधन के बीच है। हालांकि कांग्रेस, बीएसपी और एआईएमआईएम के नाते भी अपनी जीत का दावा पेश कर रही हैं।
जानकारी के अनुसार, जिले में कुल मतदाता की संख्या 25,86,029 है। इनमें पुरुष मतदाता 13,67,045 और महिला मतदाताओं की संख्या 12,18,857 है। सहरानपुर की सात सीटों पर मतदान के लिए 1308 केंद्रों पर 2957 बूथ बनाए गए हैं। 1478 बूथों का सीधा प्रसारण किया जाएगा। सात पिंक बूथ और 10 माडल बूथ भी बनाए गए हैं। चुनाव में 216 सेक्टर मजिस्ट्रेट और 22 जोनल मजिस्ट्रेट बनाए गए हैं।