काशी के गांवों में घर-घर पानी पहुंचाएगी योगी सरकार, पानी की सप्लाई में होगा सेंसर का इस्तेमाल

भगवान विश्वनाथ की नगरी काशी के हर घर में उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पानी पहुंचाने की योजना पर काम कर रही है. योगी सरकार ने काशी के ग्रामीण क्षेत्रों में डोर टू डोर पेयजल आपूर्ति शुरू की है और इसके तहत राज्य के सभी गांवों के घरों में पानी की आपूर्ति की जाएगी. राज्य सरकार वाराणसी को ग्रामीण जलापूर्ति के मॉडल के रूप में पेश करने जा रही है. यही नहीं पानी सप्लाई की व्यवस्था पूरी तरह से सौर ऊर्जा पर आधारित होगी और इसमें सेंसर पर आधारित ऑटोमेटिक सिस्टम का इस्तेमाल किया जाएगा.
राज्य के प्रमुख सचिव नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि उत्तर भारत के ग्रामीण इलाकों में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर इस तरह की तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है. जिसमें ऊर्जा की बचत के साथ पानी की आपूर्ति की जाएगी. इस प्रोजेक्ट में नल से गांवों तक शुद्ध पानी पहुंचाने में बिजली का उपयोग नहीं होगा और साथ ही पानी की बर्बादी रोकने के लिए सेंसर लगाए जाएंगे. ताकि टंकी भरने के बाद पानी की सप्लाई अपने आप बंद हो जाए और पानी की बर्बादी न हो.
बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र में तेजी से चल रहा है काम
अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि पहले चरण में बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र में काफी तेजी से काम किया जा रहा है और कुछ ही दिनों में इन इलाकों में पानी की सप्लाई शुरू कर दी जाएगी. जबकि दूसरे चरण में भी प्रदेश के 66 जिलों में हर घर नल योजना का काम शुरू कर दिया गया है और पीएम मोदी के क्षेत्र वाराणसी में बहुत तेजी से काम चल रहा है. जिले के कई इलाकों में पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू हो गया है और सरकार के स्तर से योजना की प्रगति पर लगातार नजर रखी जा रही है.
वाराणसी पर राज्य सरकार का फोकस
अनुराग श्रीवास्तव का कहा है कि राज्य सरकार की हर घर नल योजना खासकर वाराणसी के उन ग्रामीण इलाकों के लिए वरदान साबित होने जा रही है, जहां पानी के लिए संघर्ष करना पड़ता है और अभी तक 69 गांवों के 20248 घरों तक पाइप लाइन बिछाने का काम कर लिया गया है. वहीं बहुत जल्द इन परिवारों को नलों से शुद्ध पेयजल भी मिलना शुरू हो जाएगा. उन्होंने कहा कि 2022 तक 1296 गांवों के 348505 परिवारों को नल से शुद्ध पानी उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है.