उत्तर प्रदेशलखनऊ

जीका वायरस ने राजधानी में भी दी दस्तक, लखनऊ में दो मामले दर्ज

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गुरुवार को जीका वायरस संक्रमण के दो मामले सामने आए हैं. इसी के साथ अब राज्य में इस साल जीका वायरस संक्रमण के कुल 111 मामले सामने आ चुके हैं. जीका वायरस संक्रमण के कुल 111 मामलों में से 108 कानपुर में दर्ज हुए हैं और एक मामला कन्नौज में सामने आया था. राजधानी लखनऊ जीका वायरस की चपेट में आने वाला उत्तर प्रदेश का तीसरा जिला है.

गुरुवार को उत्तर प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के महानिदेशक वेद व्रत सिंह ने ये जानकारी साझा की. उन्होंने बताया कि सूबे की राजधानी लखनऊ में जीका वायरस के दो मामले सामने आए हैं. जीका वायरस के लखनऊ में दस्तक देने के बाद सूबे के स्वास्थ्य कर्मियों में हड़कंप मच गया है. लखनऊ में जीका वायरस के सैंपल्स की जांच किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में की गई.

ठीक है दोनों मरीजों की हालत

लखनऊ में वेक्टर बॉर्न डिसीज कंट्रोल के आधिकारिक प्रभारी डॉ. के पी त्रिपाठी ने बताया है कि फिलहाल दोनों मरीजों की हालत स्थिर है और किसी भी तरह के लक्षण दोनों में दिखाई नहीं दे रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि जिन लोगों को जीका वायरस से संक्रमित पाया गया है उनके करीबी कॉन्टैक्ट्स के भी सैंपल लिए गए हैं और जिस इलाके में वो रहते थे, वहां फॉगिंग और एंटी लार्वा स्प्रे का भी छिड़काव किया गया है. उन्होंने बताया कि और लोगों के सैंपल भी लिए जा रहे हैं.

मरीजों को किया गया आइसोलेट

जानकारी के मुताबिक जीका वायरस से संक्रमित एक शख्स 30 साल का है और लखनऊ के हुसैनगंज इलाके का रहने वाला है. वहीं दूसरी मरीज एक 24 वर्षीय महिला है, जो कि कानपुर रोड पर स्थित कृष्णानगर इलाके की रहने वाली है. इन दोनों मरीजों के सैंपल रेंडमली लिए गए थे और दोनों को बुखार की शिकायत थी.

डॉ. त्रिपाठी ने बताया कि दोनों मरीजों को आइसोलेट कर दिया गया है और उनके परिजनों को भी घर में ही रहने के लिए कहा गया है. उनके घरों के 50 मीटर के दायरे में रहने वाले पड़ोसियों को भी बचाव के तरीकों के बारे में बता दिया गया है. डॉ. त्रिपाठी ने बताया कि शुक्रवार की सुबह वो उनके घर के 100 मीटर के दायरे में सैंपलिंग करेंगे. इस दौरान फॉगिंग का काम जारी रहेगा.

कानपुर में मिला था पहला मामला

कानपुर में 23 अक्टूबर को जीका वायरस का पहला मामला वायु सेना के एक अधिकारी में मिला था. न्यूज एजेंसी भाषा से मिली जानकारी के मुताबिक कानपुर में पाए गए जीका संक्रमण के कुल मामलों में से 12 भारतीय वायु सेना के कर्मी हैं. एक अन्य अधिकारी ने बताया कि भारतीय वायुसेना स्टेशन के हैंगर की परिधि में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी जीका वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.

जीका वायरस से बचने का ये है तरीका

कानपुर के जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर ने कहा कि जीका मच्छर के जरिये फैलने वाली बीमारी है, इसलिए मच्छरों से छुटकारा पाना ही सुरक्षित तरीका है. बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए, स्वास्थ्य दल लार्वा विरोधी छिड़काव और बुखार के रोगियों की पहचान करने, गंभीर रूप से बीमार लोगों और गर्भवती महिलाओं की जांच करने सहित स्वच्छता कार्यक्रम चला रहे हैं. स्वास्थ्य अधिकारियों को घर-घर जाकर नमूने लेने को भी कहा गया है.

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