उत्तर प्रदेशलखनऊ

वित्तीय वर्ष 2021-22 में 25 हजार करोड़ अधिक राजस्व : सुरेश खन्ना

  • मुख्य कर-करेत्तर राजस्व वाले मदों में वित्तीय वर्ष 2021-22 में मार्च तक
  • कुल रूपये एक लाख 47 हजार 843.10 करोड़ का राजस्व प्राप्त

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने गुरुवार को यहां विधानसभा स्थित अपने कार्यालय कक्ष में पत्रकारों से बताया कि मुख्य कर-करेत्तर राजस्व वाले मदों में वित्तीय वर्ष 2021-22 में मार्च तक एक लाख 47 हजार 843.10 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। यह एक लाख 85 हजार 235.00 करोड़ रुपये लक्ष्य का 79.8 प्रतिशत है। जबकि वर्ष 2020-21 के मार्च तक एक लाख 22 हजार 616.48 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ था। इस प्रकार वित्तीय वर्ष 2021-22 में वित्तीय वर्ष 2020-21 के सापेक्ष 25 हजार 226.62 करोड़ रुपये अधिक राजस्व प्राप्त हुआ है।

वित्त मंत्री खन्ना ने बताया कि जीएसटी के तहत वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल 54 हजार 594.13 करोड़ की राजस्व प्राप्ति हुई। जबकि गत वित्तीय वर्ष 2020-21 की प्राप्ति 44 हजार 944.44 करोड़ रुपये थी। वैट के तहत मार्च, 2022 तक 27 हजार 058.19 करोड़ रुपये की राजस्व प्राप्ति हुई है। पिछले साल मार्च यह प्राप्ति 22 हजार 112.95 करोड़ रुपये थी। आबकारी के मद में इस साल मार्च तक कुल 36 हजार 321.13 करोड़ की राजस्व प्राप्ति हुई है। वहीं मार्च, 2021 तक 30 हजार 060.34 करोड़ रुपये थी। स्टाम्प तथा निबन्धन के तहत इस साल मार्च तक 20 हजार 45.68 करोड़ रुपये राजस्व प्राप्ति है।

जबकि गत वर्ष मार्च तक 16 हजार 471.83 करोड़ रुपये की राजस्व प्राप्ति थी। परिवहन के तहत सरकार के राजस्व में इस साल मार्च तक सात हजार 159.38 करोड़ रुपये आए हैं। पिछले साल की बात करें तो इसी मद में पांच हजार 905.95 करोड़ रुपये की राजस्व प्राप्ति थी। भू-तत्व तथा खनिकर्म के तहत मार्च, 2022 तक दो हजार 664.59 करोड़ है, जबकि पिछले सत्र में मार्च 2021 तक तीन हजार 120.97 करोड़ रुपये की राजस्व प्राप्ति थी।

सुरेश खन्ना ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2021-2022 के लिये मूल बजट का आकार पांच लाख 50 हजार 270.78 करोड़ रुपये है। वित्तीय वर्ष के दौरान दो अनुपूरक अनुदान लिये गये। प्रथम अनुपूरक सात हजार 301.52 करोड़ रुपये और द्वितीय अनुपूरक आठ हजार 479.53 करोड़ रुपये है। इस दोनों अनुपूरक माँगों को सम्मिलित करने पर बजट का आकार पांच लाख 66 हजार 051.83 करोड़ रुपये हो गया है। उन्होंने बताया कि 31 मार्च तक कुल चार लाख 34 हजार 319.38 करोड़ रुपये का व्यय हुआ है। यह सम्पूर्ण वित्तीय बजट का 77 प्रतिशत है। वर्ष 2020-2021 में 31 मार्च, 2021 तक बजट अनुमान (रुपये पांच लाख 12 हजार 860.72 करोड़ रुपये) के सापेक्ष 73 प्रतिशत का व्यय हुआ था। इस प्रकार वित्तीय वर्ष 2021-2022 में वित्तीय वर्ष 2020-2021 की तुलना में 58 हजार 862.92 करोड़ रुपये (लगभग 16 प्रतिशत) अधिक व्यय हुआ है।

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