प्रदेश सरकार के इशारे पर वाराणसी जिला प्रशासन मनमानी पर उतारू: ओम प्रकाश सिंह
- पूर्व मंत्री का आरोप- प्रशासन ने गलती की, खामियाजा सपा कार्यकर्ता भुगत रहे
वाराणसी। प्रदेश के पूर्व मंत्री और गाजीपुर जमानिया से समाजवादी पार्टी के विधायक ओमप्रकाश सिंह ने मंगलवार को केन्द्र और प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा। प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान मतगणना से पूर्व ईवीएम बदलने के पार्टी कार्यकर्ताओं के आरोप को लेकर हमलावर पूर्व मंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार अंग्रेजों से भी अधिक तानाशाह और जुर्म कर रही है। ईवीएम मामले में पार्टी कार्यकर्ताओं पर फर्जी तरीके से हत्या के प्रयास की धारा के तहत मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि वाराणसी जिला जेल में बंद पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से हमें मिलने नहीं दिया जा रहा है। प्रदेश सरकार के इशारे पर जिला प्रशासन मनमानी पर उतारू है।
जेल में बंद पार्टी कार्यकर्ताओं से प्रतिनिधिमंडल के साथ मिलने आये ओमप्रकाश सिंह ने कहा कि जले प्रशासन का इसी तरह का तानाशाह रवैया बरकरार रहा तो हम वाराणसी में नहीं बल्कि प्रदेश के सभी जिलों में आंदोलन करेंगे। पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल की अगुवाई कर रहे विधायक ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि सपा कार्यकर्ताओं ने तो ईवीएम ले जा रहे वाहन को सिर्फ रोका था। कोई उपद्रव नहीं किया था। फिर उनके खिलाफ हत्या का प्रयास जैसी गंभीर धारा में मुकदमा क्यों दर्ज किया गया। वाराणसी जिला प्रशासन ने गलती की। उसका खामियाजा सपा कार्यकर्ता भुगत रहे हैं। प्रशासन ने पहड़िया मंडी में काउंटिंग वाली ईवीएम के पास ही ट्रेनिंग वाली ईवीएम क्यों रखी थी।
उन्होंने कहा कि जेल मैनुअल में कोई ऐसा प्राविधान नहीं है कि किसी राजनीतिक दल के प्रतिनिधिमंडल को बंदियों से मिलने से रोका जाये, लेकिन जिला प्रशासन की शह पर कारागार प्रशासन मनमानी कर रहा है। बताते चलें विधानसभा चुनाव में मतगणना से पहले 8 मार्च को सपा कार्यकर्ताओं ने ईवीएम बदलने का आरोप लगाकर पहड़िया मंड़ी और शहर के अन्य हिस्सों में उग्र प्रदर्शन और बवाल किया था। लगभग 8 घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस और प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित किया था। इस मामले में लालपुर-पांडेयपुर और जैतपुरा थाने में तीन अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए गए थे। प्रकरण में अभी तक 29 सपा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर जिला जेल भेजा गया है। वार्ता में सकलडीहा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव, स्नातक एमएलसी आशुतोष सिन्हा, पूर्व मंत्री सुरेंद्र पटेल और वाराणसी शहर दक्षिणी के प्रत्याशी रहे किशन दीक्षित भी शामिल रहे।