कुर्सिया प्राथमिक विद्यालय में सामाजिक संस्था ने बाल साहित्य उपलब्ध कराए
- बच्चों में पढ़ने की आदत बनाये रखना जरूरी : वल्लभाचार्य
वाराणसी। बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक विद्यालयों में बाल पुस्तकालय बनाने के लिए नगर की समाजिक संस्थाएं पहल कर रही है। सामाजिक संस्था आशा ट्रस्ट की पहल पर चौबेपुर के प्राथमिक विद्यालय कुर्सिया में 250 बाल पुस्तकें प्रदान कर आशा बाल पुस्तकालय की श्रृंखला प्रारंभ की गईं। एक देश समान शिक्षा अभियान के अंतर्गत सभी को समान और बेहतर शिक्षा के अवसर की उपलब्धता के लिए संस्था अब कुछ सरकारी स्कूलों में बाल साहित्य प्रदान करेगी।
ट्रस्ट के समन्वयक वल्लभाचार्य पाण्डेय ने बुधवार को बताया कि बदलते समय के साथ बच्चों में पढने की रूचि कम हो रही है। जबकि पढ़ने की आदत से ही बच्चों का सर्वांगीण विकास होगा और वे जागरूक होंगे। अन्यथा सोशल मीडिया पर प्राप्त अधकचरी और असत्य जानकारियों को ही सत्य मानने से उनमे सही गलत की पहचान करने की क्षमता नष्ट हो जायेगी। संस्था से जुड़े दीन दयाल सिंह ने कहा कि हमने देश के विभिन्न प्रकाशकों से रोचक बाल साहित्य का चयन किया है।
जिससे बच्चों में पढने के प्रति उत्साह का संचार हो, हमारी कोशिश है कि राजवाड़ी संकुल के अन्य स्कूलों में भी हम आशा बाल पुस्तकालय की स्थापना कर पाएं। व्यक्तित्व विकास के लिए किताबों का बहुत महत्व है, इसमें निहित ज्ञान को आत्मसात करने से हम परिवार, समाज, देश और प्रकृति के प्रति एक जिम्मेदार नागरिक बन सकते हैं। ट्रस्ट ने विद्यालय में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन द्वारा अपने पुत्र के शिक्षक को लिखे पत्र को भी प्रदर्शित किया । जिसमें उन्होंने शिक्षक से अपील की है कि बच्चे को स्थानीय परिवेश और जानकारियों से अवगत कराते हुए उसमे अधिकतम पुस्तकों को पढ़ने की रूचि पैदा करें।