‘जिन्ना की कब्र पर लाल कृष्ण आडवाणी ने क्यों चढ़ाई थी चादर? अखिलेश यादव पर हमलावर बीजेपी से सपा नेता नारद राय ने मांगा जवाब
एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव के मोहम्मद अली जिन्ना पर दिए गए बयान पर बीजेपी उन पर हमलावर है. इस बीच सपा के वरिष्ठ नेता नारद राय ने बीजेपी पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा है कि बीजेपी पहले अपने गिरेबां में झांके और अपने संस्थापक नेताओं में शामिल लालकृष्ण आडवाणी से पूछे कि वह पाकिस्तान में जिन्ना के मजार पर चादर चढ़ाने क्यों गये थे. बीजेपी नेता लगातार अखिलेश यादव पर हमलावर हैं. अब सपा नेता ने उल्टा बीजेपी पर ही हमला बोल दिया है. अखिलेश यादव पर हमले के बीच सपा नेता ने आडवाणी के जिन्ना की मजार पर चादर चढ़ाए जाने का मुद्दा उठाया है.
बता दें यूपी के संसदीय कार्यमंत्री आनन्द स्वरूप शुक्ला ने जिन्ना वाले बयान को लेकर अखिलेश यादव पर गंभीर आरोप लगए थे. रविवार को मीडिया द्वारा सवाल पूछे जाने पर सपा नेता नारद राय ने कहा कि पहले आनंद शुक्ला को अपनी पार्टी का इतिहास पढ़ना चाहिए. उन्होंने कहा कि बीजेपी नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने स्वतंत्रता आंदोलन में जिन्ना के योगदान को याद करके उनके मजार पर चादर चढ़ाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की थी. सपा नेता ने कहा कि इसी योगदान को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी याद किया है.
‘श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जिन्ना संग बनाई थी सरकार’
सपा नेता नारद राय ने कहा कि प्रदेश के संसदीय कार्य राज्यमंत्री शुक्ला को यह बात भी याद रखनी चाहिए कि बीजेपी के प्रणेताओं में शामिल श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जिन्ना के साथ मिलकर सरकार बनाई थी. बीजेपी को इस मामले पर भी जवाब देना चाहिए. बता दें कि जिन्ना की कथित रूप से हिमायत करने वाले सपा अध्यक्ष अखिलेश के बयान के बाद राज्यमंत्री शुक्ला ने उन पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से साठगांठ करने का गंभीर आरोप लगाया था.
नारद राय ने कहा कि था कि आनंद स्वरूप शुक्ला ने अखिलेश यादव के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की. इसीलिए उनके खिलाफ राष्ट्रद्रोह के आरोप में मामला दर्ज होना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस मामले में सपा नेताओं द्वारा पुलिस में लिखित शिकायत दी गई है.
अखिलेश यादव के बयान पर बीजेपी हमलावर
बता दें कि कुछ दिनों पहले अखिलेश यादव ने हरदोई में मोहम्मद अली जिन्ना का महिमामंडन किया था. इस बयान के बाद से अखिलेश यादव की काफी आलोचना हो रही है. अखिलेश यादव ने सरदार बल्लभ भाई पटेल की तुलना जिन्ना से की थी. उन्होंने कहा था कि सरादर पटेल जवाहरलाल नेहरू और जिन्ना एक ही संस्थान से पढ़कर बैरिस्टर बने. सभी ने आजादी की लड़ाई लड़ी. जिन्ना से पटेल की तुलना करने के बाद अखिलेश के बयान पर विवाद खड़ा हो गया है.
इनपुट-भाषा