इलाहाबाद विश्वविद्यालय दीक्षांत समारोहः मेधावी छात्रों का ज्ञान भारत के भविष्य की नींव करेगा मजबूत: केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान
उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद विश्वविद्यालय में सोमवार को आयोजित हुए दीक्षांत समारोह कार्यक्रम में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान मुख्य अतिथि थे. इस दौरान उन्होंने मेधावी छात्रों को मेडल दिए. शिक्षा मंत्री ने 263 छात्रों और 550 शोधार्थियों को सम्मानित किया. धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, ‘महर्षि भारद्वाज की तपोभूमि प्रयागराज में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में सम्मिलित हुआ. आज जब इलाहाबाद विश्वविद्यालय राष्ट्र निर्माण और गुणवत्ता युक्त शिक्षा के गौरवपूर्ण 134 वर्ष पूरा कर रहा है, तब सत्र 2018-19 व 2019-20 का यह दीक्षांत समारोह और भी ज्यादा महत्व रखता है.’
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा, ‘आज के इस पवित्र अवसर पर मैं उन सभी मेधावी छात्र, छात्राओं और शोधार्थियों को शुभकामनाएं देता हूं जिन्हें पदक व पीएचडी की उपाधि से सम्मानित किया गया. अपने पुरुषार्थ और ज्ञान से इन मेधावी छात्र और छात्राओं ने विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को और बढ़ाया है. मुझे हर्ष है कि अभी-अभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने COP26 में 2070 तक नेट-जीरो का लक्ष्य दिया है और आज ही मुझे इलाहाबाद विश्वविद्यालय में कई मेधावी छात्रों को पर्यावरण विज्ञान में स्वर्ण पदक से सम्मानित करने का मौका मिला. इन छात्रों का ज्ञान, भारत के भविष्य की नींव मजबूत करेगा.’
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, ‘इलाहाबाद विश्वविद्यालय न केवल एक शैक्षणिक संस्थान है, बल्कि देश और दुनिया को नेतृत्व देने वाला, अमूल्य जीवन का दर्शन देने वाला एक प्रयोगशाला है. मुझे पूर्ण विश्वास है कि यहां से निकलने वाले छात्र देश और मानवता के लिए अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे. प्रयागराज भारत के विचार प्रवाह का एक प्रमुख केंद्र है. इलाहाबाद विश्वविद्यालय नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत भारत को ज्ञान आधारित अर्थनीति बनाने, भारत की बहुआयामी भाषा और ज्ञान परंपराओं को आगे बढ़ाने में अग्रिम भूमिका निभाएगा, ऐसा मेरा प्रगाढ़ विश्वास है.’
धर्मेंद्र प्रधान ने की जल्द से जल्द रिक्त पदों को भरने की अपील
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आगे कहा, ‘इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पंडित दीन दयाल उपाध्याय जी के नाम पर पांच साल की अवधि के लिए एक ‘चेयर’ सुपुर्द करने का भी सौभाग्य मुझे आज मिला है. अंत्योदय के प्रणेता पंडित दीनदयाल जी के नाम पर यह चेयर नवाचार, गुणात्मक उच्च शिक्षा और लोक कल्याण में अहम भूमिका निभाएगी. दीक्षांत समारोह के सुखद अवसर पर इलाहाबाद विश्वविद्यालय से समाज और विद्यार्थियों के कल्याण के लिए शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक रिक्त पदों पर जल्द से जल्द नियुक्ति की प्रक्रियाओं को शुरू करने का आग्रह किया.’