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दिल्लीः ओमीक्रॉन के संभावित खतरे के बीच AIIMS ने जारी की नई गाइडलाइंस, डॉक्टरों और नर्सिंग स्टॉफ को भी मुस्तैद रहने की दी सलाह

एम्स ने ओमीक्रॉन (Omicron)  के संभावित खतरे के भांपते हुए अस्पताल में डॉक्टरों को बड़ी तैयारी करने की सलाह दी है. एम्स (AIIMS) के कोविड टास्क फोर्स के प्रमुख डॉ नवनीत विग ने डॉक्टरों के साथ साथ नर्सिंग स्टॉफ को भी मुस्तैद रहने की सलाह दी है. टीवी9 भारतवर्ष को मिली जानकारी के अनुसार इसके लिए दो तरह की कमेटियों के गठन का प्रस्ताव है. डॉ नवनीत ने सभी विभागों से अपने विभाग में नोडल परसन नियुक्त करने की सलाह दी है.

इसके साथ ही यह प्रस्ताव भेजा गया है कि सभी विभाग विभागीय नोडल अधिकारी के प्रभार के तहत अपने संबंधित विभाग संक्रमण नियंत्रण समितियों (डीआईसीसी) को फिर से सक्रिय करें, जिसमें संकाय के सदस्य, निवासी, नर्सिंग अधिकारी, तकनीकी अधिकारी, अस्पताल परिचारक, स्वच्छता परिचारक और साथ ही कोई भी शामिल हो.

नर्सिंग स्टाफ के लिए हिदायत

नर्सिंग स्टाफ को इस बात की हिदायत दी गयी है कि वार्डों, ओपीडी और प्रशासनिक क्षेत्रों में मास्क पहनने, सामाजिक दूरी, हाथ की स्वच्छता और अन्य COVID-19 उचित व्यवहार को सुदृढ़ करें. वार्डों में परिचारकों (Attendant) की न्यूनतम संख्या सुनिश्चित करें साथ ही रोगसूचक कर्मचारियों की स्क्रीनिंग और उन्हें COVID-19 परीक्षण सुविधा (PRC) की ओर निर्देशित करें.

विभाग के अंदर आरटी पीसीआर

सर्कूलर में यह सभी बताया गया है कि यदि किसी विभाग के अंदर किसी भी तरह का संक्रमण का संकेत पाया जाता है तो बिना देरी के आरटी पीसीआर टेस्ट किया जाए. यदि जरूरत पड़े तो अस्पताल संक्रमण नियंत्रण समिति (एचआईसीसी), अस्पताल प्रशासन और अन्य के साथ संपर्क स्थापित करें.

मरीजों के तीमारदारों की संख्या

जो मरीज अस्पताल के अंदर भर्ती हैं उनके मिलने जुलने वालों की संख्या कम से कम किया जाए. इसके साथ ही जिन मरीजों का डे केयर प्रोसीजर है उनका आरटी पीसीआर जरूरी किया जाए.कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर पूरी दुनिया में दहशत है. भारत में यह वेरिएंट दस्तक दे चुका है. मुंबई से लेकर राजस्थान, केरल और कर्नाटक में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इसे देखते हुए एम्स भी तैयारी जुट गया है.

एम्स प्रशासन ने फैसला लिया है कि संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए 100 बेड के लेवल-टू और थ्री के अस्पताल बनाए जाएंगे. इसमें वेंटिलेटर से लेकर अन्य जरूरी सुविधाएं मौजूद रहेंगी.एम्स में 300 बेड और 14 ओटी बनकर तैयार हो गए हैं. इसका लोकार्पण सात दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. इसकी तैयारियां भी एम्स में जोर-शोर से चल रही हैं. एम्स की कार्यकारी निदेशक डॉ. सुरेखा किशोर ने बताया कि एम्स में ऑक्सीजन की कोई किल्लत नहीं होने पाएगी. एम्स में दो तरह के ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए हैं, जो काम करना शुरू कर चुके हैं.

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