धरोहरें राष्ट्र की सम्पत्ति, इनका संरक्षण हमारा दायित्व
- विश्व धरोहर सप्ताह के अवसर पर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन
लखनऊ। राज्य संग्रहालय, लखनऊ द्वारा विश्व धरोहर सप्ताह के अन्तर्गत ‘विश्व विरासत’ विषय पर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में कई महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं द्वारा प्रतिभागिता की गयी। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि नवयुग कन्या महाविद्यालय की प्राचार्य डा. मंजुला उपाध्याय ने इस अवसर पर कहा कि धरोहरें राष्ट्र की सम्पत्ति होती हैं। ये हमारे गौरवशाली अतीत को जानने का सबसे सबल माध्यम हैं। यह हमारा दायित्व है कि हम इन्हें संरक्षित कर अपनी आगामी पीढ़ियों हेतु सुरक्षित रखें।
संग्र्हालय के निदेशक डा. आनन्द कुमार सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि विश्व धरोहर सप्ताह मनाये जाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को धरोहरों के प्रति जागरूक करना है। यह हमारा भी दायित्व है कि हम अपने साथ अन्य को भी धरोहरों के संरक्षण के प्रति जागरूक करने का प्रयास करें। किसी भी राष्ट्र की पहचान उसकी संस्कृति से ही होती है।
प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डा. मंजुला उपाध्याय, प्राचार्या, नवयुग कन्या महाविद्यालय, लखनऊ द्वारा चयनित प्रतिभागियों को प्रथम, द्वितीय, तृतीय तथा प्रोत्साहन पुरस्कार प्रदान किए गये। कला एवं शिल्प महाविद्यालय, लखनऊ के दिग्विजय वर्मा को प्रथम एवं विनय सिंह को द्वितीय तथा जय नारायण पी0जी0 कालेज के विमलेश कुमार को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। इसके अतिरिक्त विशिष्ट प्रताप सिंह, विशाल दीक्षित, सुखचैन सिंह, कु0 स्नेहलता नागर, कु0 शालिनी यादव को प्रोत्साहन पुरस्कार प्रदान किए गए।
कार्यक्रम का संचालन सहायक निदेशक, डा0 मीनाक्षी खेमका द्वारा किया गया। इस अवसर पर राज्य संग्रहालय की सहायक निदेशक अल् शाज फात्मी, रंजना मिश्रा, डा0 अनिता चौरसिया, धनन्जय कुमार राय, शारदा प्रसाद त्रिपाठी, शशिकला राय, शालिनी श्रीवास्तव, माधुरी कीर्ति उपस्थित रहीं।