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एचडीएफसी बैंक के द्वारा जारी की गई भारत की पहली इलेक्ट्रॉनिक बैंक गारंटी

  • एचडीएफसी बैंक द्वारा इलेक्ट्रॉनिक बैंक गारंटी का विकास करने हेतु नेशनल ई-गवर्नेंस सर्विसेज लिमिटेड के साथ भागीदारी
  • एचडीएफसी बैंक द्वारा यह कदम अपने ग्राहकों को तेजी के साथ डिजिटल एवं पेपर रहित सेवा प्रदान करने के लिए उठाया गया है

मुंबई: भारत में निजी क्षेत्र का सबसे बड़ा बैंक एचडीएफसी 4 सितंबर 2022 को नेशनल ई-गवर्नेंस सर्विसेज लिमिटेड (एनईएसएल) के साथ साझेदारी में इलेक्ट्रॉनिक बैंक गारंटी (ई-बीजी) जारी करने वाला देश का पहला बैंक बन गया है। इसके पहले यह व्यवस्था कागज आधारित थी जिसे जारी करने में अत्यधिक समय लगता था। इलेक्ट्रॉनिक बैंक गारंटी जैसी नई व्यवस्था आने से कागज आधारित प्रक्रिया को अब समाप्त कर दिया गया है जिस कारण से अब नई इलेक्ट्रॉनिक बैंक गारंटी बेहद तेजी के साथ सत्यापित करने के साथ ही और भी ज्यादा सुरक्षा के साथ तुरंत वितरित की जा सकती है। यह बैंकिंग प्रणाली में एक बहुत बड़ा परिवर्तन होगा और बैंक अपने सभी ग्राहकों को इसका लाभ पहुंचाने के लिए उन्हें ई-बीजी में माइग्रेट करेगा।

इसके पहले बैंक गारंटी कागज आधारित थी जिसे पहले लाभार्थी को कुरियर से भेजना पड़ता था, उसके बाद उसे वापस लेने के पश्चात उस पर मुहर लगानी होती थी और उसे फिर से सत्यापित करने की प्रक्रिया शुरू की जाती थी। इस पूरी प्रक्रिया में 3 से 5 दिन लगते थे। इसके अलावा अभी तक बैंक गारंटी के लिए कोई भी सेंट्रल रिपोजिटरी उपलब्ध नहीं थी। इलेक्ट्रॉनिक बैंक गारंटी काफी समय बचा लेती है और साथी ग्राहक को बढ़ी हुई सुरक्षा के साथ इलेक्ट्रॉनिक बैंक गारंटी प्राप्त होती है। अब फिजिकल स्टांपिंग को पूरी तरह से समाप्त कर दिया गया है और इसे अब ई-स्टाम्पिंग के साथ बदल दिया गया है। इलेक्ट्रॉनिक बैंक गारंटी के कारण अब आवेदनकर्ता तुरंत एनईएसएल पोर्टल पर बैंक गारंटी देख सकते हैं।

इस अवसर पर एचडीएफसी बैंक के ग्रुप हेड-ऑपरेशंस श्री भावेश जावेरी ने कहा, “डिजिटलीकरण के कारण हमारे दृष्टिकोण को सार्थक बनाने में बहुत सहायता प्राप्त हुई है। हमारा बैंक एक डिजिटल बैंक के रूप में पहचाना जाता है जो कि अपने ग्राहकों को बेहद विशिष्ट अनुभव प्रदान करता है। हम ऐसे उत्पादों को डिजाइन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो डिजिटल बैंकिंग को सरल, प्रासंगिक और अत्यधिक सुरक्षित बनाते हैं। इलेक्ट्रॉनिक बैंक गारंटी के कारण अब एमएसएमई के लिए बिजनेस करना और भी आसान हो जाएगा। उन सभी बिजनेस के लिए यह एक शानदार कदम है जो बैंक गारंटी के लिए आवेदन कर रहे हैं। हमारे ग्राहकों को ज्यादा से ज्यादा फायदा पहुंचाने के लिए एवं बैंक गारंटी जारी करने में तेजी लाने के लिए एचडीएफसी बैंक सभी ग्राहकों को पूरी तरह से ई-बीजी प्लेटफॉर्म पर माइग्रेट करेगा।”

इलेक्ट्रॉनिक बैंक गारंटी प्रक्रिया को काफी सरल बना देती है और साथ ही यह किसी भी तरीके के धोखाधड़ी एवं हेरफेर की संभावना खत्म कर देती है। इलेक्ट्रॉनिक बैंक गारंटी को एनईएसएल, सीवीसी-सीबीआई समिति और आईबीए के परामर्श से विकसित किया गया है। ई-बीजी एनईएसएल पोर्टल पर एपीआई आधारित डिजिटल वर्कफ़्लो के माध्यम से जारी किया जाएगा।

श्री देबज्योति रे चौधरी, एमडी एंड सीईओ, एनईएसएल ने कहा, “इलेक्ट्रॉनिक बैंक गारंटी या ई-बीजी आमतौर पर बैंक गारंटी से जुड़े फिजिकल दस्तावेजों को समाप्त कर देता है, और ई-बीजी लाभार्थी को डिजिटल रूप में उपलब्ध हो जाता है। ई-बीजी अर्थात इलेक्ट्रॉनिक बैंक गारंटी को भारत में सबसे पहले लाने के लिए एचडीएफसी बैंक के साथ जुड़कर हमें बेहद खुशी मिली है। हमें प्रसन्नता है कि एचडीएफसी बैंक एनईएसएल पेपरलेस ईस्टैंपिंग डीडीई प्लेटफॉर्म का उपयोग करके इस तरह की ई-बीजी जारी करने वाला पहला बैंक बन चुका है।”

एचडीएफसी बैंक डिजिटल फैक्ट्री, एंटरप्राइज फैक्ट्री और एंटरप्राइज आईटी के माध्यम से अपने आप को बिल्कुल नए प्रारूप में लेकर आ रहा है तथा बैंकिंग के तरीके को अगले स्तर पर ले कर जा रहा है। डिजिटलीकरण का इस्तेमाल करते हुए अपने ग्राहकों को उत्तम सुविधाएं प्रदान करना बैंक की डिस्टल रणनीति का एक प्रमुख आधार है।

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