
महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज (9 नवंबर, मंगलवार) अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में विस्फोटक खुलासे किए. दिवाली से पहले एनसीपी नेता और मंत्री ने उन पर आरोप लगाया था कि राज्य में उन्हीं के इशारे पर ड्रग्स का रैकेट शुरू है. देवेंद्र फडणवीस ने तब कहा था कि, ‘दिवाली के पहले नवाब मलिक ने तो सिर्फ फुलझड़ियां छोड़ी हैं, मैं दिवाली के बाद बम फोड़ूंगा. नवाब मलिक ने मुझ पर बे सिर-पैर के आरोप लगाए हैं, मैं नवाब मलिक के अंडरवर्ल्ड के साथ कनेक्शन होने का सबूत दूंगा.’ देवेंद्र फडणवीस ने वो बम फोड़ दिया.
‘नवाब मलिक ने दाऊद इब्राहिम गैंग से 20 लाख रुपए में कुर्ला में 3 एकड़ की जमीन खरीदी’
देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘ मैंने घोषणा की थी कि कुछ चीजें आप सबके सामने लाऊंगा. थोड़ा समय लगा. लेकिन मैं जो बता रहा हूं वो ना सलीम-जावेद की स्टोरी है, ना पिक्चर की स्टोरी है. यह राष्ट्र की सुरक्षा से जुड़ा गंभीर विषय है. 1993 के बम ब्लास्ट से जुड़ा आरोपी शाह वली खान पर आरोप था टाइगर मेमन के नेतृत्व में काम कर रहा था. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और मुंबई महानगरपालिका में बम कहां रखा जाए इसकी साजिश में लिप्त थे. टाइगर मेमन के घर गाड़ियों में जो आरडीएक्स भरा गया उसमें सरदार शहाब अली खान शामिल था. दूसरा शख्स है मोहम्मद सलीम पटेल. यह दाऊद इब्राहिम का आदमी है. यह दाऊद की बहन हसीना पारकर का ड्राइवर था. हसीना पारकर जब अरेस्ट हुई तो, उनके साथ सलीम पटेल भी अरेस्ट हुआ था. दाऊद के फरार होने के बाद हसीना पारकर के नाम पर संपत्तियां जमा होती थी. सलीम पटेल के नाम पर पॉवर ऑफ अटॉर्नी हुआ करती थी.यानी दाऊद के बाद सलीम पटेल ही वसूली किया जाता था.’
‘मुंबई ब्लास्ट के आरोपियों से नवाब मलिक ने जमीन खरीदी, जमीन बेचने वाला टाडा का आरोपी’
देवेंद्र फडणववीस ने आगे कहा, ‘सलीम पटेल हसीना पारकर का सबसे खास आदमी है. कुर्ला में तीन एकड़ जमीन यानी एक लाख तेइस हजार स्क्वायर फुट की जमीन है. सलीम पटेल और शाहवली खान ने मिल कर इस जमीन की बिक्री की है. यह जमीन बेची गई है नवाब मलिक के परिवार को बेची गई है. इतना ही नहीं यह जमीन साढ़े तीन करोड़ रुपए की है, लेकिन नवाब मलिक और उनके परिवार ने यह जमीन 20 लाख रुपए में खरीदी. कम में बिक्री इसलिए दिखाई गई ताकि स्टांप ड्यूटी बचाया जाए. नवाब मलिक जी आपने मुंबई बम ब्लास्ट के गुनाहगारों से डील क्यों की? आपने जिनकी जमीन खरीदी है वो टाडा के तहत आरोपी है. टाडा के आरोपियों की संपत्ति सरकार जब्त करती है. लेकिन आपने उनसे जमीन खरीद रहे हैं.’