दिल्ली में पहला ओमीक्रॉन पॉजिटिव मरीज मिला है. जानकारी के अनुसार ये यात्री तंजानिया से दिल्ली आया था. जानकारी के अनुसार, जिस कोरोना संक्रमित मरीज में Omicron वैररिएंट की पुष्टि हुई है उसकी उम्र 37 साल है और वो पुरुष है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि 12 संक्रमित मरीजों के सैंपल जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए थे, जिनमें से एक मरीज़ की रिपोर्ट में Omicron वैरिएंट पाया गया है.
मंत्री ने कहा कि जो बाहर से आ रहे हैं उनका टेस्ट किया जा रहा है. अभी तक 17 पॉजिटिव मरीज LNJP में भर्ती हैं, 6 उनके संपर्क वाले हैं. 12लोगों की जीनोम सिक्वेंसिंग हुई, जिसमें से 1 ओमीक्रोन का मरीज़ लग रहा है. फाइल रिपोर्ट कल आएगी. हम कह सकते हैं कि दिल्ली में पहला ओमीक्रोन केस है.इसी के साथ अब देश में अब ओमीक्रॉन के 5 मामले हो गए हैं. इसमें कर्नाटक में 2, गुजरात में 1, मुंबई में 1 और दिल्ली में 1 मामले शामिल हैं.
कर्नाटक में मिले मरीजों की उम्र 66 और 46 साल है. दोनों में हल्के लक्षण हैं और दोनों दक्षिण अफ्रीका से लौटे थे. गुजरात में भी शनिवार को 72 साल के एक मरीज में ओमीक्रॉन वैरिएंटी की पुष्टी हुई है. ये मरीज जिम्बाब्वे से लौटा था. वहीं मुंबई में भी साउथ अफ्रीका और दुबई से होते हुए आया शख्स ओमीक्रॉन से संक्रमित मिला है.
First omicron case detected in Delhi. The patient admitted to LNJP Hospital had returned from Tanzania. Till now, 17 people who tested positive for Covid have been admitted to the hospital: Delhi Health Minister Satyendar Jain pic.twitter.com/TwbXFpt3jV
— ANI (@ANI) December 5, 2021
एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती है 15 संदिग्ध मरीज
अधिकारियों ने बताया है कि इन 15 संदिग्ध मरीजों को एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती किया गया है. उनमें से 9 कोरोना पॉजिटिव हैं. जबकि बचे हुए 6 के गले में खराश और बुखार जैसे लक्षण हैं. पिछले हफ्ते ही दिल्ली सरकार ने एलएनजेपी अस्पताल को ओमीक्रॉन संक्रमितों के इलाज के लिए रिजर्व किया था.
अस्पताल में भर्ती संदिग्ध मरीजों की संख्या शुक्रवार तक 12 थी. अब ये बढ़कर 15 हो गई है. एलएनजेपी के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि जो तीन नए मरीज मिले हैं, वो सभी यूके से लौटे हैं. जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार ने यूके, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, चीन, बोत्सवाना, न्यूजीलैंड, मॉरिशस, सिंगापुर, जिम्बावे, इजरायल और हॉन्गकॉन्ग को हाई रिस्क देशों कू सूची में रखा है. इसी के साथ इन देशों से आने वाले यात्रियों के लिए आरटीपीसीआर टेस्ट जरूरी है. रिजल्ट आने के बाद ही इन यात्रियों को एयरपोर्ट से निकलने की अनुमति दी जाती है. इसके अलावा बाकि देशों से आने वाले यात्रियों की भी एयरपोर्ट पर जांच की जा रही है.