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जिस्मफरोशी को बढ़ावा देने के मामले में ‘जस्टडायल’ तलब

महिला आयोग की चेयरमैन ने स्पा के लिए किया मैसेज, मिली 150 कॉलगर्ल्स की ‘रेट लिस्ट’

नयी दिल्ली। दिल्ली महिला आयोग ने स्पा में वेश्यावृति को बढ़ावा देने के मामले में सर्च इंजन जस्टडायल को तलब किया और इस मामले में तत्काल प्राथमिकी दर्ज करने के लिए दिल्ली पुलिस को नोटिस किया जारी है। महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने सोमवार को कहा, राजधानी में जिस तरह से यह गोरख धंधा चल रहा हैं, वह चौंकाने वाला है और पता नहीं ऐसे कितने ओर गिरोह छिपे बैठे हैं। हमने मामले में उनकी भूमिका की जांच के लिए जस्टडायल को तलब किया है। दिल्ली पुलिस को तुरंत प्राथमिकी दर्ज करने एवं इसमें शामिल सभी लोगों को गिरफ्तार करने के लिए एक नोटिस भी जारी किया। इस मामले में जल्द से जल्द सख्त करवाई होना बेहद जरूरी है। आयोग जिस्म फिरोशी के खिलाफ अपनी लड़ाई पूरी ताकत के साथ इसी तरह जारी रखेगा।

स्वाति मालीवाल का ट्वीट

इस घटना की जानकारी स्वाति मालीवाल ने खुद ट्वीट के जरिए दी. स्वाति मालीवाल ने ट्वीट किया, ‘हमने Justdial पर कॉल कर स्पा मसाज के लिए फेक इंक्वाइरी की तो हमारे फोन पर 50 ऐसे मेसेज आ गए जिसमें 150 से ज्यादा लड़कियों के रेट बताए गए. जस्ट डायल और दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच को समन जारी कर रही हूं, इस धंधे को बढ़ावा देने में Just Dial का क्या रोल है?’

स्पा में चलाए जा रहे वेश्यावृत्ति रैकेट के खिलाफ कई शिकायतें

दिल्ली महिला आयोग को दिल्ली के स्पा में चलाए जा रहे वेश्यावृत्ति रैकेट के खिलाफ कई शिकायतें एवं जांच करने पर सबूत मिले है। आयोग ने एक जांच दल का गठन कर शिकायतों का संज्ञान लिया और ‘जस्टडायल डॉट कॉम’ पर इंक्वायरी कर दिल्ली में संचालित स्पा के कॉन्टेक्ट नंबर की जांच की। 24 घंटों के भीतर ही, आयोग की टीम को 15 से अधिक कॉल और 32 व्हाट्सएप प्राप्त हुए जिसमें 150 से अधिक युवा लड़कियों की तस्वीरें सामने आयी।

महिला आयोग ने मामले का गहन संज्ञान लेते हुए सख्त कार्रवाई करने हेतु दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को नोटिस जारी किया और जस्टडाइल के प्रबंधन को भी समन किया। उनसे जस्टडाइल पर रजिस्टर्ड सभी स्पा की सूची तथा उनके पंजीकरण में लागू करे जा रहे मानकों का भी विवरण मांगा। जस्टडायल से खासतौर पर उन स्पा का विवरण देने के लिए कहा गया जिन्होंने आयोग की टीम को यौन सेवाएं प्रदान करने के लिए संदेश भेजे थे। आयोग ने मामले को और गहराई से समझने के लिए जस्टडायल से अपनी साइट पर सूचीबद्ध करने के लिए ली जा रही धन राशि की भी जानकारी मांगी।

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