राजद्रोह कानून पर देशव्यापी बहस की जरूरत: शिवसेना
- संजय राऊत ने कहा, हनुमान चालीसा के नाम पर देश को किया जा रहा विभाजित
मुंबई। शिवसेना प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य संजय राऊत ने शनिवार को कहा कि राजद्रोह पर देशव्यापी बहस की जरूरत है। हनुमान चालीसा के नाम पर दंगा भड़काकर देश को विभाजित करने का प्रयास किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपमानित करने वाला आज देश को हिंदुत्व सिखा रहा है।
संजय राऊत ने पत्रकारों से कहा कि राज ठाकरे कई बार योगी आदित्यनाथ के बारे में अपमानजनक टिप्पणी कर चुके हैं। उन्हें गंजा, टकला, भगवा कपड़े पहनकर इधर-उधर घूमने वाला बता चुके हैं। फिर रंग बदलते हुए राज ठाकरे उन्हें भैया बताकर केक काट चुके हैं। अब राज ठाकरे अयोध्या जा रहे हैं। राऊत ने कहा कि देखना है कि योगी उनका स्वागत किस तरह करते हैं।
संजय राऊत ने कहा कि जब लोग सार्वजनिकरूप से हिंदुत्व शब्द का उच्चारण करने से डरते थे। तब बालासाहेब ठाकरे ने नारा दिया था कि गर्व से कहो हम हिंदू हैं। बाबरी मसजिद ढहाने और उसके बाद हुए दंगों में हजारों शिवसैनिकों ने बलिदान दिया।हिंदुत्व के मुद्दे पर ही चुनाव आयोग ने छह साल तक के लिए बालासाहेब ठाकरे को मताधिकार से वंचित कर दिया था।
प्रवक्ता राऊत ने कहा कि उन्हीं बालासाहेब ठाकरे की पीठ में खंजर भोंकने वाले अब हिंदुत्व की बात कर रहे हैं। शिवसेना कभी भी किसी का हथियार नहीं बनी और न बनेगी। अगर किसी ने भी शिवसेना को बदनाम करने का प्रयास किया तो करारा जवाब देगी। राजद्रोह कानून पर देशव्यापी बहस की जरूरत है क्योंकि केंद्र सरकार और भाजपा शासित राज्यों की सरकारें इसका बड़े पैमाने पर दुरुपयोग कर रही हैं।
राऊत ने कहा कि सोशल मीडिया पर मामूली पोस्ट डालने वालों और कामेडी करने वालों पर राजद्रोह का मामला दर्ज होने लगा है। सांसद नवनीत राणा और रवि राणा पर राजद्रोह का मामला बनता था। इसलिए दर्ज किया गया। पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी भीमा कोरेगांव मामले में राजद्रोह का मामला दर्ज किया था।