नौसेनाध्यक्ष ने हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा मजबूत करने पर दिया जोर
- सेशेल्स के साथ वार्ता में द्विपक्षीय रक्षा सहयोग सहित आपसी हित के व्यापक मुद्दों पर हुई चर्चा
- सीएनएस ने द्विपक्षीय हाइड्रोग्राफिक सहयोग पर पोर्ट विक्टोरिया का नेविगेशन चार्ट प्रस्तुत किया
नई दिल्ली। दक्षिण पश्चिम हिंद महासागर क्षेत्र की यात्रा पर निकले भारतीय नौसेनाध्यक्ष (सीएनएस) एडमिरल आर. हरि कुमार ने शनिवार को सेशेल्स के दौरे का समापन किया। उन्होंने सेशेल्स के अधिकारियों के साथ चर्चा में हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा तथा द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को और मजबूत करने सहित आपसी हित के व्यापक मुद्दों को शामिल किया। सीएनएस ने द्विपक्षीय हाइड्रोग्राफिक सहयोग पर पोर्ट विक्टोरिया का एक नेविगेशन चार्ट प्रस्तुत किया। इसे समझौता ज्ञापन के तहत भारत के राष्ट्रीय जल सर्वेक्षण कार्यालय (एनएचओ) ने तैयार किया था।
यात्रा के दौरान नौसेनाध्यक्ष ने सेशेल्स गणराज्य के राष्ट्रपति वेवेल रामकलावन, विदेश मामलों और पर्यटन मंत्री सिल्वेस्टर राडेगोंडे से मुलाक़ात की। सेशेल्स रक्षा बलों के मुख्यालय का दौरा करके उन्होंने सीडीएस ब्रिगेडियर माइकल रोसेट के साथ बैठक की। एसडीएफ की विभिन्न इकाइयों के दौरे और नेतृत्व के साथ बातचीत के दौरान नौसेना प्रमुख ने 2001-02 में सेशेल्स सरकार के तत्कालीन नौसेना सलाहकार के रूप में अपने स्वयं के अनुभवों को याद किया और समुद्री क्षमताओं के विकास के साथ-साथ उनके प्रगतिशील दृष्टिकोण पर एसडीएफ की सराहना की। भारतीय नौसेना ने सेशेल्स तटरक्षक बल के साथ भी सहयोग के मुद्दों पर चर्चा की।
उन्होंने हिंद महासागर में समुद्री सुरक्षा के प्रति सहयोगात्मक दृष्टिकोण के लिए दोनों देशों के महत्व पर भी प्रकाश डाला। इस संदर्भ में सीएनएस ने गोवा मैरीटाइम कॉन्क्लेव, मिलन और हिंद महासागर नौसेना संगोष्ठी (आईओएनएस) में सेशेल्स की सक्रिय भागीदारी को सराहा। इससे पहले सेशेल्स के रक्षा बल (सीडीएफ) ने फरवरी, 2022 में विशाखापत्तनम में हुए समुद्री अभ्यास मिलन-22 में भाग लिया था। सीडीएफ ने सेशेल्स रक्षा बलों के मुख्यालय में दोपहर के भोजन के लिए भारतीय नौसेनाध्यक्ष की मेजबानी की। एसडीएफ नेतृत्व ने भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस शारदा पर एक स्वागत समारोह में भाग लिया, जिसकी मेजबानी सेशेल्स में भारत के उच्चायुक्त जनरल दलबीर सिंह सुहाग (सेवानिवृत्त) और सीएनएस ने संयुक्त रूप से की।
आईएनएस शारदा 2021 में भारतीय शिपयार्ड (जीआरएसई, कोलकाता) से लाए गए तटरक्षक जहाज जोरोस्टर को एस्कॉर्ट करने के बाद सेशेल्स में है। इस जहाज को मिलन-22 में भाग लेने के लिए भारत में आने के बाद वापस सेशेल्स में तैनात किया गया है। सीडीएफ ने भारत में जोरोस्टर की पेशेवर मरम्मत के लिए बहुत सम्मान व्यक्त किया और भारतीय नौसेना से मिले उत्कृष्ट समर्थन के लिए सीएनएस को धन्यवाद दिया। उन्होंने 14 अप्रैल को जोरोस्टर के चालक दल के एक सदस्य को भारतीय नौसेना के हेलीकॉप्टर से तत्काल चिकित्सा निकासी के लिए आभार जताया। सेशेल्स में नौसेना प्रमुख की बातचीत ने सागर (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास) और ‘फाइव एस’ विजन के सिद्धांतों पर द्विपक्षीय रक्षा कार्यों के दायरे को और बढ़ाने में गति प्रदान की।
नौसेना प्रमुख का पद संभालने के बाद एडमिरल आर हरि कुमार अपनी पहली विदेश यात्रा पर निकले हैं। दक्षिण पश्चिम हिंद महासागर क्षेत्र की यात्राओं पर सबसे पहले उन्होंने मालदीव गणराज्य के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह से मुलाकात की। नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद, रक्षा मंत्री सुश्री मारिया अहमद दीदी और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएफ) मेजर जनरल अब्दुल्ला शमाल से भी मिले। नौसेना प्रमुख की यह यात्रा करीबी समुद्री पड़ोसियों के बीच मजबूत और लंबे समय से चले आ रहे द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करती है। उनकी इस यात्रा से रक्षा और समुद्री क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग के दायरे में विस्तार के नए रास्ते खुलने की उम्मीद है।