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महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन को लेकर राजनीति गरमाई

मुंबई। महाराष्ट्र में सांसद नवनीत राणा तथा उनके पति रवि राणा की गिरफ्तारी के बाद सूबे में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने के संदर्भ में राजनीति गरमा गई है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता राष्ट्रपति लगाए जाने की मांग के समर्थन में बयानबाजी कर रहे हैं, जबकि महाविकास आघाड़ी (मविआ) सरकार के सहयोगी दल इसे असंभव बता रहे हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री तथा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि महाराष्ट्र में क्या चल रहा है। सिर्फ हनुमान चालीसा पाठ के नाम पर एक महिला जनप्रतिनिधि को गिरफ्तार किया जा रहा है। हनुमान चालीसा का पठन भारत में नहीं तो क्या पाकिस्तान में किया जाएगा। देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार एक महिला से डर गई। उन्होंने कहा कि राज्य की वर्तमान स्थिति को देखते हुए राज्य की जनता चाहती है कि राष्ट्रपति शासन लगाया जाए लेकिन इसका निर्णय राजभवन में लिया जाएगा। केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने कहा कि राज्य में खून, डकैती, रेप सहित सभी तरह के अपराध बढ़ गए हैं। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे मंत्रालय में नहीं जा रहे हैं, मंत्री समूह की बैठक में नहीं जा रहे हैं। राज्य की स्थिति खराब हो गई है, इसलिए राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए।

गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने कहा कि राज्य में जब से महाविकास आघाड़ी सरकार अस्तित्व में आई है, तब से ही विपक्ष सरकार गिराने की साजिश कर रहा है। इसी साजिश के तहत ही राज्य की कानून व्यवस्था को बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है। हनुमान चालीसा का पठन का मुद्दा भी इसी साजिश का हिस्सा है। लेकिन पुलिस अपना काम कर रही है, कानून व्यवस्था सबसे बेहतर है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष राष्ट्रपति शासन लगाने का ग्राउंड बनाने का प्रयास कर रहा है, लेकिन विपक्ष की साजिश सफल नहीं होगी।

शिवसेना प्रवक्ता तथा राज्यसभा सदस्य संजय राऊत ने कहा कि महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था की स्थिति अन्य राज्यों से बेहतर है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में एक महीने में बड़े पैमाने पर हत्याएं हुई हैं तो क्या उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाएंगे। संजय राऊत ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जिस तरह बतौर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ देख रहे हैं, उसी तरह महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे यह सब देख लेंगे। भाजपा नेताओं की आदत छोटे-छोटे मुद्दे लेकर बार-बार दिल्ली जाने की है, उन्हें इन मुद्दों पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से पहले बात करनी चाहिए। महाराष्ट्र के गृहनिर्माण मंत्री जीतेंद्र आव्हाड ने कहा कि भाजपा अगर राष्ट्रपति शासन लगाना चाहती है तो लगाए। जीतेंद्र आव्हाड ने राष्ट्रपति शासन जैसी संभावनाओं की खिल्ली उड़ायी है।

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