सुकेश चंद्रशेखर केस में पांच बॉलीवुड की हस्तियां दिल्ली पुलिस के रडार पर, जल्द ही पूछताछ के लिए भेजा जा सकता है समन
सुकेश चंद्रशेखर की ठगी के मामले में दिल्ली पुलिस की रडार पर बॉलीवुड की 5 बड़ी हस्तियां आ गई हैं. जानकारी के मुताबिक पूछताछ के लिए दिल्ली पुलिस इन्हें समन देकर बुला सकती है. 200 करोड़ की ठगी के मामले में सुकेश और लीना से पूछताछ और सीडीआर खंगालने पर दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा को सुराग मिला हैं. सुकेश जेल के अंदर से ही इन बॉलीवुड हस्तियों के संपर्क में था. जांच के दौरान पता चला है कि 200 करोड़ को रूट करने में इन बॉलीवुड हस्तियों की मदद ली गई. लिहाजा इस बात को पुख्ता करने के लिए उन बॉलीवुड हस्तियों को बुलाना बेहद जरूरी है.
जेल में मिला था पर्सनल बैरक
200 करोड़ की ठगी करने वाले सुकेश चंद्रशेखर व अन्य 14 के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई है जिसका कोर्ट ने संज्ञान ले लिया है. अगली सुनवाई 1 दिसंबर को होगी. खास बात ये है कि जांच में सामने आया है कि महाठग सुकेश जेल में बेहद ऐशो आराम की जिंदगी जी रहा था. बाकायदा एक अलग बैरक सुकेश को मुहैया करवाया गया था, जिसका सीसीटीवी ग्रैब दिल्ली पुलिस के हाथ लगा है. एक बैरक में 25 से 30 कैदी रहते हैं, लेकिन सुकेश अकेले रह रहा था वो भी तमाम सुख-सुविधाओं के साथ.
सुकेश चंद्रशेखर जेल में अपने ऐशो-आराम के लिए जेल के अधिकारियों को हर महीने करीब 1 करोड़ रुपए की रिश्वत देता था, जिसके बाद कुछ जेल अधिकारियों को दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया है. सुकेश ने हवाला के जरिये 200 करोड़ रुपये कहां-कहां ठिकाने लगाए इसकी जानकारी मिली है. चेन्नई में उसी पैसे से बंगला खरीदा था और महंगी गाड़ियां खरीदी थी.
सुकेश की पत्नी भी रही अपराध में बराबर भागीदार
जेल में ही ये रम्मानी ब्रदर्स जोकि रेलिगेयर की मालिक अदिति के लिए काम करते थे उनके संपर्क में आया. इनके जरिए अदिति को जाल में फंसाया. इस रैकेट में जो पैसा था उसको रम्मानी बंधुओ की मदद से ही हवाला के जरिये ठिकाने लगाया. अपराध में इसकी पत्नी लीना मारिया पॉल बराबर की हिस्सेदार है. वह पहले भी इसके साथ जेल जा चुकी है.
बॉलीवुड की एक्ट्रेस जैकलीन और नोरा फतेही दोनों को जरूरत पड़ने पर पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा साथ ही कुछ और बॉलीवुड हस्तियों के बारे में पता चला है. जेल के अंदर आराम से बैठकर सुकेश आईफोन इस्तेमाल करता था और स्पूफिंग के जरिये कॉल करता था और जिस भी शख्स से ठगी करता था उसको खुद को कभी मंत्री का सचिव तो कभी लॉ सचिव बनकर फोन करता था और सामने वाले के नम्बर पर भी उन्हीं का असली नंबर दिखाई देता था.