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पल्लवी पटेल की सच्चाई जानने के बाद कन्नी काटने लगे सिराथू के लोग

  • अनुप्रिया पटेल ने बताई पल्लवी पटेल की सच्चाई, सिराथू के लोग बोले- भरोसा करें भी तो कैसे
  • सिराथू की जनता बोली- हम ऐसा जनप्रतिनिधि चाहते हैं जो चुनाव के बाद भी हमारे साथ रहे

सिराथू। यूपी चुनाव के बीच केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की सिराथू में हुई जनसभा के लोग पल्लवी पटेल से किनारा करते हुए दिख रहे हैं। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के लिए चुनाव प्रचार करने पहुंची अनुप्रिया ने पल्लवी को लेकर मंच से जो बातें कहीं उसके बाद लोगों की नाराजगी सामने आने लगी है। लोग जाहिर तौर पर इन बातों के सामने आने के बाद पल्लवी पटेल से दूरी बनाते दिख रहे हैं।

लोगों के जहन में घर कर गई है अनुप्रिया पटेल की बात

अनुप्रिया ने जिस तरह से पार्टी को दूसरों के चरणों में गिरवी रखने और सोनेलाल पटेल की विचारधारा को आगे ले जाने की बात जनता से कही वह लोगों के जहन में घर कर गई है। इसके बाद लोग अपने बेटे और सिराथू से प्रत्याशी केशव प्रसाद मौर्य के पक्ष में मतदान की बात कर रहे हैं। अनुप्रिया पटेल के आने के बाद से सिराथू का माहौल और भी बदला दिखाई पड़ रहा है।

पल्लवी ने अपना दल को दूसरे पार्टी के चरणों में गिरवी रखा: अनुप्रिया

आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल सिराथू विधानसभा से प्रत्याशी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के लिए सोमवार को चुनाव प्रचार करने पहुंची। इस दौरान वह जनता से बोली कि इस बार आपको फैसला करना है कि सोनेलाल पटेल की विचारधारा को आगे ले जाने वाली बेटी को चुनना है या अपना दल को दूसरे पार्टी के चरणों में गिरवी रखने वाली बेटी को। विपक्ष और सिराथू सपा प्रत्याशी पल्लवी पर निशाना साधते हुए वह बोली अनुप्रिया सोनेलाल पटेल कभी दूसरे पार्टी के चुनाव निशान पर चुनाव नहीं लड़े।

13 वर्षों से लोग मेरा प्रोत्साहन कर रहे हैं, उनका भरोसा बनाए रखना है

केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि केशव जी के सामने मेरी सगी बड़ी बहन हैं। जिस अनुप्रिया ने अपनी माता कृष्णा पटेल के सामने अपनी जीती हुई सीट पर अपना प्रत्याशी नहीं उतारा उस सीट पर प्रचार करने भी नहीं जाऊंगी। मैं आज जो भी हूं अपने माता पिता की परवरिश का नतीजा है लेकिन सिराथू में मैं अपनी बड़ी बहन के खिलाफ प्रचार कर रही हूं। 13 वर्षों से लोग मेरा प्रोत्साहन कर रहे हैं, उनका भरोसा बनाए रखना है। मैं जनता के सभी सवालों का जवाब लेकर आई हूं।

क्या कहते हैं स्थानीय लोग

क्षेत्र के ही रहने वाले सर्वेश कुमार का कहना है कि पल्लवी पटेल को यूपी चुनाव में समाजवादी पार्टी की ओर से मोहरा बनाया गया। जाति और धर्म के आधार पर जो वोट काटने की रणनीति सपा ने बनाई है उसे कभी सफल नहीं होने दिया जाएगा। सिराथू को विकास प्यारा है और हम विकास के नाम पर ही वोट देंगे।

वहीं प्रमोद पासी कहते हैं कि जिसने पिता की ही विचारधारा को आगे बढ़ाने में व्यवधान डाला हो उस पर हम भरोसा करें भी तो कैसे। हम चाहते हैं कि जनप्रतिनिधि ऐसा हो जो सुख-दुख में हमारे साथ में हो। जनप्रतिनिधि हमारे बीच का ही व्यक्ति होना चाहिए न कि जबरदस्ती थोपा हुआ।

अनुभा का कहना है कि आधी आबादी को लेकर बीजेपी ने जो विकास किया है उसके बाद हम किसी और दल या प्रत्याशी के बारे में सोच भी नहीं सकते हैं। डिप्टी सीएम रहते हुए भी केशव मौर्य ने जो क्षेत्र के लोगों को मान-सम्मान और प्यार दिया है वह शब्दों में बयां नहीं हो सकता है।

हम ऐसा जनप्रतिनिधि चाहते हैं जो चुनाव के बाद भी हमारे साथ रहे

निखिल कुमार बताते हैं कि जिस तरह से अनुप्रिया पटेल ने आकर लोगों से मुलाकात और वोट अपील की उससे अपनापन दिखाई पड़ा। हम ऐसे ही दल के उम्मीदवार का चयन करेंगे जो क्षेत्र का बढ़-चढ़कर विकास करे और क्षेत्रीय लोगों को बेहतर सुविधाएं मुहैया करवा पाए।

मीना पटेल का कहना है कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर जो कार्य बीते पांच सालों में हुआ है उसके बाद जनता आगामी चुनाव में भी बीजेपी का ही समर्थन करेगी। आखिर जो प्रत्याशी यहां से चुनाव लड़ने को ही तैयार नहीं था उस पर हम किस तरह से भरोसा करें। हम ऐसा जनप्रतिनिधि चाहते हैं जो चुनाव के बाद भी हमारे साथ रहे।

क्षेत्र में आए तो उनसे संपत्ति को लेकर सवाल पूछें

पल्लवी पटेल पर भड़की अनुप्रिया ने कहा कि पल्लवी ने पूरी संपत्ति की अपने नाम वसीयत कराई। इसी के साथ उन्होंने जनता से अपील की कि जब वह चुनाव प्रचार के लिए क्षेत्र में आए तो उनसे संपत्ति को लेकर सवाल पूछें। इस दौरान अनुप्रिया ने पल्लवी पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा जो घर वालो की नहीं हुई वो आप सबकी क्या होगी। आप सबके प्रयास और आशीर्वाद से सोनेलाल की बेटी को विधानसभा से लोकसभा तक पहुंचाया है।

वह आज जो भी हैं वह पिता की परवरिश का ही नतीजा है

जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि  NEET में पिछड़ों के 27 प्रतिशत आरक्षण की मांग को हमने ही उठाया था। इसी के साथ केंद्रीय, नावोदय और सैनिक स्कूलो में पिछड़ों को प्रवेश प्रक्रिया में मांग को भी अपना दल ने ही उठाया। उन्होंने कहा कि वह आज जो भी हैं वह पिता की परवरिश का ही नतीजा है।

पिता के विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए करुंगी संघर्ष

उन्‍होंने कहा कि पिता का देहांत हुआ तो वह संकट का दौर था। उनकी जीवन यात्रा को खत्म होते हुए देखा, जनता में निराशा थी कि हमारे नेता चले गए। उस वक्त मेरे परिवार से कोई सदस्य राजनीति में सक्रिय नहीं था। चारों बहनों में से कोई राजनीतिक तौर पर सक्रिय नहीं थी। उस वक्त मैंने इस चुनौती को स्वीकार किया, पिता की विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए संघर्ष करुंगी। आप जनता ने अनुप्रिया को एक बेटी से एक नेता बना दिया। आज यूपी यदि मेरी आवाज सुनता है तो वो आप जनता की बदौलत। आपको तय करना है कि सोनेलाल के विचारों को बढ़ाने वाली बेटी को आगे बढ़ाना है या उनके सपनों को किसी दल को बेचने वाली बेटी को चुनना है।

केशव मौर्य के समर्थन में सभा किया

आपको बता दें इसी विधानसभा सीट से अनुप्रिया की बड़ी बहन पल्लवी पटेल सपा और अपना दल कमेरावादी गठबंधन के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं। सोमवार को सिराथू में प्रचार के दौरान पल्लवी पटेल के साथ मंच पर मौजूदा विधायक शीतला पटेल, जिलाध्याक्ष अनीता त्रिपाठी और योगेश मौर्य मौजूद थे‌। अनुप्रिया ने कहा कि हमनें पार्टी की विचार धारा को आगे बढ़ाया है लेकिन मेरी बहन ने अपनी विचार को धारा को बेच दिया।

कभी अपनी विचारधारा से समझौता नहीं किया

पिछड़ों के आरक्षण को अपना दल ने उठाया है सपा ने नही उठाया है। अपना दल इस मसले को उठाने पर केंद्र सरकार ने नीट, मेडिकल आदि में स्थान दिया है। डा.सोनेलाल पटेल ने कभी अपनी विचारधारा से समझौता नहीं किया, न ही दूसरे के सिंबल पर चुनाव लड़े। मैंने भी पिता की विचारधारा से कोई समझौता नहीं किया। अपना दल की विचारधारा को खत्म करने के लिए सपा ने मेरी बड़ी बहन को मोहरा बना दिया और उन्हें साइकिल पर बिठा दिया।

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