भारत-ब्रिटेन ने इस वर्ष के अंत तक मुक्त व्यापार समझौता संपन्न करने का किया फैसला
मुक्त व्यापार समझौते के बारे में उन्होंने कहा कि इस संबंध में चल रही बातचीत में अच्छी प्रगति चल रही है। इस समझौते को इस वर्ष के अंत तक अंजाम तक पहुंचाने के लिए पूरा प्रयास करने का फैसला किया गया है। मोदी ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में भारत ने संयुक्त अरब अमीरात और आस्ट्रेलिया के साथ ऐसे समझौते किय़े हैं। उसी गति से ब्रिटेन के साथ भी ऐसा समझौता करने के लिए प्रयास जारी हैं।
मोदी ने दोनों देशों के बीच आज हुए वैश्विक नवाचार साझेदारी क्रियान्वयन समझौते को बहुत महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि इससे हमारी विकास साझेदारी और मजबूत होगी। इस समझौते के साथ तीसरे देशों में मेड इन इंडिया नवाचार के हस्तांतरण के लिए दोनों देशों ने 10 करोड़ डॉलर का वित्तपोषण करने का फैसला किया है। इससे टिकाऊ विकास लक्ष्य हासिल करने औऱ जलवायु परिवर्तन की समस्या का समाधान करने में मदद मिलेगी। समझौते से छोटे और मंझोले उद्यमों को नए बाजार हासिल करने में मदद मिलेगी।
हिन्द-प्रशांत क्षेत्र के बारे में मोदी ने एक स्वतंत्र, मुक्त, समावेशी और नियम आधारित हिन्द-प्रशांत क्षेत्र कायम करने पर जोर दिया। मोदी ने एक शांतिपूर्ण, स्थायित्वपूर्ण, सुरक्षित, अफगानिस्तान की कामना करते हुए एक समावेशी और प्रतिनिधित्वमूलक सरकार बनाने का रुख दोहराया। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान की भूमि का उपयोग अन्य देशों में आतंकवाद फैलाने के लिए नहीं किया जाना चाहिए।
जलवायु परिवर्तन संबंधी कॉप 26 लक्ष्यों की चर्चा करते हुए मोदी ने कहा कि हमने जलवायु और ऊर्जा संबंधी साझेदारी को और गहन बनाने का फैसला किया है। उन्होंने ब्रिटेन को भारत के राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने दोनों देशों के बीच रणनीतिक, प्रौद्योगिकी वार्ता प्रक्रिया शुरू होने का भी स्वागत किया।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री जानसन ने प्रकारांतर से यूक्रेन में रूस की सैन्य कार्रवाई की आलोचना की। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक देशों की यह जिम्मेदारी है कि वे अधिनायकवादी जोर-जबरदस्ती के प्रयासों का विरोध करें।