भेद मिटाती है श्री कृष्ण की बाल लीलाए -गौरांगीदेवी
6 अप्रैल 23″सदभावना का प्रतीक संवाददाता, डा रामकुमार पाण्डेय
डेरवा,/सराय खानदेव,,प्रतापगढ , श्री मदभगवत के पंचम दिवस पर हरीलाल मौर्य के निज निवास पर कथा प्रवचन कर रही कथा में पूज्य गौरांगी गौरी देवी, ने भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं का अद्भुत वर्णन किया ,भगवान कृष्ण जब मात्र 7दिन के थे तब ही पूतना का वध किया,और भगवान इतने करुणावन की जो गति मां यशोदा को प्रदान की वही गति पूतना को भी दी। बताया की भगवान के परम मित्र है मधुमंगल उनके मुख में लगी जूठी कढ़ी भगवान ने खा ली भगवान इतने कृपालु,इस प्रकार से देवी जी ने बताया की भगवान ने गोपियों के वस्त्र का हरण करके उन्हे शिक्षा प्रदान की कभी बिना वस्त्र के स्नान नहीं करना चाहिए क्योंकि जल में वरुण देव का वास होता ,भक्तों ने गिरिराज जी महाराज को 56भोग लगाए एवम खूब नृत्य किया। कथा श्रवण करने के लिए, प्रमोद शुक्ला, धीरज मिश्र, राकेश मौर्य, सूरज मौर्या, रामराज मौर्य, हिमांशु मिश्र, डा गुड्डू, आदि मौजूद रहे।