लखनऊ में कैंडल मार्च निकाल रहे युवाओं पर बरसी लाठियां, यूपी भर्ती परीक्षा में धांधली को लेकर कर रहे थे विरोध प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस ने राज्य में 69,000 सहायक शिक्षकों की भर्ती के लिए 2019 उत्तर प्रदेश परीक्षा में कथित अनियमितताओं पर निरंतर विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों के एक समूह द्वारा कैंडललाइट मार्च को तोड़ दिया गया इस दौरान प्रदर्शनकारियों का एक समूह मध्य लखनऊ में एक प्रमुख चौराहे से राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास की ओर मार्च करने की कोशिश कर रहा था. इस दौरान जब पुलिस ने उन सभी को रोकने और विरोध को तोड़ने के लिए उन पर लाठीचार्ज किया.
दरअसल, राजधानी लखनऊ में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा है, ‘69000 शिक्षक भर्ती में पिछड़ों-दलितों का आरक्षण मारने वाले CM अब लाठियां बरसा रहे हैं. वहीं, लखनऊ मेंअपने सोशल मीडिया हैंडल पर घटना का एक वीडियो पोस्ट किया है. इस दौरान छोटी क्लिप में पुलिस को लोगों के एक समूह की पिटाई करते हुए और उनके भागते समय उनका पीछा करते हुए दिखाया गया है. “शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों” पर पुलिस द्वारा “क्रूर लाठीचार्ज” की निंदा करते हुए समाजवादी पार्टी ने ट्वीट किया, “69,000 शिक्षकों की भर्ती में पिछड़ा-दलित आरक्षण से इनकार करने वाले सीएम अब उनकी पिटाई कर रहे हैं.”
शिक्षक भर्ती में कैंडिडेट पर बरसा रहे ही CM लाठियां
69000 शिक्षक भर्ती में पिछड़ों-दलितों का आरक्षण मारने वाले CM अब लाठियां बरसा रहे हैं।
लखनऊ में शांतिपूर्ण तरीके से कैंडल मार्च निकाल रहे 69000 शिक्षक भर्ती के अभ्यार्थियों पर पुलिस द्वारा बर्बर लाठीचार्ज दुखद एवं शर्मनाक!
युवा बेरोजगारों इंकलाब होगा, बाइस में बदलाव होगा। pic.twitter.com/t6H56O8ydX
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) December 4, 2021
समाजवादी पार्टी ने घटना को बताया बेहद शर्मनाक
द शर्मनाकबता दें कि लखनऊ में शांतिपूर्ण तरीके से कैंडल मार्च निकाल रहे 69000 शिक्षक भर्ती के अभ्यार्थियों पर पुलिस द्वारा बर्बर लाठीचार्ज दुखद एवं शर्मनाक. ऐसे में विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी ने इस मामले को लेकर बेहद शर्मनाक बताया है. वहीं, उन्होंने नारा दिया है युवा बेरोजगारों इंकलाब होगा, उन सभी की बाइस में बदलाव होगा.
विपक्षी दलों ने सरकार को चारो ओर से घेरा
गौरतलब है कि हाल ही में UPTET भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने का भी मामला सामने आया है. इसमें यूपी पुलिस ने 26 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार किया है. हालांकि विपक्षी दल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी यूपी में बीजेपी सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं. वहीं, आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने इस लाठीचार्ज का वीडियो ट्वीट करते हुए योगी आदित्यनाथ सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा कि आदित्यनाथ जी जितना मन चाहे इन बेरोज़गार नौजवानों को पिटवा लीजिये लेकिन दो बात याद रखियेगा. इन्ही नौजवानों ने आपको सत्ता के शिखर तक पहुंचाया है. बेरोज़गारों पर हो रहे जुर्म आपकी सत्ता के ताबूत में आख़िरी कील साबित होगी.