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राहुल गांधी का शायराना अंदाज, कहा- जो मोहब्बत करते हैं डरते नहीं, जो डरते हैं वो..

  • बाबा साहेब अम्बेडकर की जन्मस्थली पहुंचकर अर्पित किए श्रद्धा सुमन, भाजपा और संघ पर साधा निशाना

इंदौर। मध्य प्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा के चौथे दिन शनिवार देर शाम कांग्रेस नेता राहुल गांधी इंदौर जिले के महू पहुंचे। यहां उन्होंने संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जन्मस्थली पहुंचकर अंबेडकर स्मारक पर श्रद्धा-सुमन अर्पित किए। इससे बाद उन्होंने यहा सभा को संबोधित करते हुए एक बार राष्ट्रीय स्वयेसवक संघ और भाजपा पर निशाना साधा। यहां उनका शायराना अंदाज भी देखने को मिला।

राहुल गांधी ने आरोप लगाते हुए कहा कि आरएसएस और भाजपा के लोग पीछे से संविधान को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि सामने से ऐसा करने की उनमें हिम्मत नहीं है। ये डर, नफरत और हिंसा का माहौल पैदा कर रहे हैं। उन्होंने शायराना अंदाज में कहा कि- मोहब्बत करने वाले किसी से नहीं डरते। डरने वाले कभी मोहब्बत नहीं करते…। इस मौके पर उनके साथ मंच पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल समेत कांग्रेस के कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।

मध्यप्रदेश में में शनिवार को भारत जोड़ो यात्रा का चौथा दिन था। सुबह यात्रा मोरटक्का से शुरू हुई। सुबह अंधेरा ज्यादा था और ठंड भी चुभ रही थी। नतीजतन यात्रा में भीड़ कुछ कम थी, लेकिन जैसे ही दिन चढ़ता गया, यात्रा में भीड़ बढ़ने लगी। बड़वाह में यात्रा को देखने के लिए लोग सड़कों पर खड़े थे। राहुल ने भी कई जगह बीच में रुककर लोगों से चर्चा की। इसकी शुरुआत मोरटक्का में ममता निशाद से मिलकर की, जिन्होंने उन्हें एक नाविक की तस्वीर भेंट की। कुछ बच्चों से भी मिले और उन्हें यात्रा में शामिल किया। एक दिव्यांग यात्रा मार्ग के बीच में बैठ गया और राहुल गांधी से मिलने की जिद की। सुरक्षाकर्मियों के समझाने पर भी नहीं हटा। जब राहुल यात्रा के साथ वहां पहुंचे तो उससे मुलाकात की।

भारत जोड़ो यात्रा दिनभर अपने निर्धारित मार्ग से आगे बढ़ते हुए पड़ाव बलवाड़ा शाम करीब 6 बजे पहुंची। यहां से राहुल गांधी कार से संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जन्मस्थली महू पहुंचे, लेकिन यहां काफी देर तक अंधेरा पसरा रहा। सभास्थल के आसपास भी काफी देर तक बिजली गुल रही। लाइट नहीं होने से आंबेडकर स्मारक पर भी काफी देर तक अंधेरा पसरा रहा।

राहुल गांधी ने बिजली की आंखमिचौली के बीच आंबेडकर स्मारक पर श्रद्धा-सुमन अर्पित किए। इससे बाद उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मेरी दादी को 32 गोली लगी थी, मेरे पिता को बम से मारा गया, मेरे खिलाफ हिंसा की गई, लेकिन जिस दिन मेरे दिल से डर मिट गया, उस दिन से मेरे दिल में मोहब्बत हो गई। मैं आरएसएस से लड़ता हूं, मोदी से लड़ता हूं, लेकिन मेरे दिल में उनके लिए नफरत नहीं है। क्योंकि मेरे दिल में डर नहीं है। मैं मोदी, शाह और आरएसएस के लोगों से कहता हूं, डर मिटा दो दिल से, नफरत खत्म हो जाएगी। हमारी यात्रा का मैसेज यही है।

उन्होंने कहा कि मोहब्बत करने वाले किसी से नहीं डरते। डरने वाले कभी मोहब्बत नहीं करते। हम डरते नहीं, मोहब्बत करते हैं। ये मैं नहीं बोल रहा हूं, मैंने आंबेडकर जी की किताब पड़ी है, जिसमें मुझे डर नहीं दिखा। उनके दिल में नफरत नहीं थी। भाजपा के लोग डर फैलाना चाहते हैं। वे जानते हैं कि डर होगा, तो भाजपा उस डर को नफरत में बदल सकती है।

एक संगठन ने 52 साल तक अपने ऑफिस पर तिरंगा नहीं फहराया

राहुल गांधी ने कहा कि हिंदुस्तान में एक संगठन है, जिसने 52 साल तक इस तिरंगे को अपने ऑफिस पर नहीं लहराया, एक संगठन है, बाकी सबने इस तिरंगे को लहराया। एक संगठन ने हमारे प्यारे तिरंगे को सैल्यूट नहीं मारा। इसका कारण है, जो काम कांग्रेस पार्टी और आंबेडकर जी ने मिलकर किया। महात्मा गांधी, नेहरू जी, सरदार पटेल, आजाद जी, सुभाषचंद्र बोस जी बहुत सारे वीरों ने अपनी पूरी जिंदगी देकर अपना खून पसीना देकर इस देश को संविधान दिया। ये छोटा काम नहीं था। हिन्दुस्तान के इतिहास में पहली बार सभी को एक जैसा अधिकार मिला। जो संविधान ने दिया। उसका चिन्ह हमारा प्यारा तिरंगा है।

उन्होंने कहा कि महू, आंबेडकर, संविधान और तिरंगे की जमीन है। संविधान के बिना तिरंगे में कोई शक्ति नहीं है। तिरंगे को शक्ति हमारा संविधान देता है। उन्होंने संघ और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग संविधान को सामने से खत्म नहीं कर सकते, इतना दम उनमें नहीं, क्योंकि जिस दिन सामने से उन्होंने ये कोशिश की, उस दिन उन्हें हिंदुस्तान की आवाज एक सेकंड में रोक देगी। इसलिए ये काम छुपकर किया जाता है।

राहुल गांधी ने अपने भाषण में एक जगह नाथूराम गोडसे को जी कहकर संबोधित किया। हालांकि फौरन उन्होंने कहा कि जी गलती से लग गया। फिर उन्होंने गोडसे कहकर ही संबोधित किया। उन्होंने कहा नोटबंदी, जीएसटी, बेरोजगारी और महंगाई को लेकर भी मोदी सरकार पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने दिनेश नाम के कार्यकर्ता को मंच पर बुलवाकर उससे तिरंगा लहराया। उन्होंने कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं को बब्बर शेर बताते हुए कहा कि किसी और पार्टी के कार्यकर्ता साढ़े 3 हजार किलोमीटर नहीं चल सकते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा का लक्ष्य भारत को जोड़ना है।

खड़गे ने दिलाई संविधान की शपथ

इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने लोगों को संविधान की शपथ दिलवाई। उन्होंने भी आरोप लगाया कि संघ और बीजेपी के लोग संविधान को खत्म करना चाहते है, लेकिन संविधान को बचाने का बीड़ा हमने उठाया है। हम एक जुट होकर देश की एकता और संविधान को बचाएंगे। सभा को कमलनाथ ने भी संबोधित किया।

प्रियंका अपने परिवार के साथ लौटीं

भारत जोड़ो यात्रा में शामिल प्रियंका गांधी वाड्रा अपने परिवार के साथ शनिवार सुबह लौट गईं। वे सुबह यात्रा के साथ बड़वाह तक आईं। इस दौरान उनके पति राबर्ट वाड्रा और बेटा रेहान भी था। इस दौरान सभी चाय पीने के लिए रुके। यहां से सुबह करीब साढ़े आठ बजे वे परिवार के साथ इंदौर लौट गईं।

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